65.720 किलोग्राम अफीम डोडा सहित दो गिरफ्तार

मंडी पुलिस के द्वारा एक ही दिन में बैक-टू-बैक दो बड़े मामलों में किए तीन गिरफ्तार

एक अन्य मामले में नाग छतरी की 98 किलोग्राम की खेप सहित नोयडा निवासी गिरफ्तार

उमेश भारद्वाज। मंडी

मंडी जिला पुलिस ने एक ही दिन में बैक-टू-बैक दो बड़े मामलों में बाहरी राज्यों के तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। पहले मामले में पुलिस थाना औट की टीम के द्वारा नाकाबंदी के दौरान 65.720 किलोग्राम अफीम डोडा बरामद कर दो पंजाब के रहने वाले आरोपियों को हिरासत में लिया है। वहीं औट पुलिस के ही द्वारा 98 किलोग्राम नाग छतरी सहित उत्तर प्रदेश के नोयडा के रहने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस थाना औट ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में दो मामले दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। दोनों मामलों में पुलिस द्वारा दो वाहनों को भी जब्त किया गया है। जानकारी के अनुसार पहले मामले में थाना प्रभारी औट ललित महंत के नेतृत्व में पुलिस टीम ने गाड़ी नंबर डीएल-2-सीएई-0210 की चेकिंग के दौरान उससे 65.720 किलोग्राम अफीम डोडा सहित पंजाब के लुधियाना निवासी दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की शिनाख्त भोला सिंह(50) पुत्र कुलदीप सिंह गांव गिलजनता कालौनी तहसील सदर जिला लुधियाना और जसविंदर सिंह(35)पुत्र राज सिंह गांव व डाकघर कादो तहसील पायल जिला लुधियाना के तौर पर हुई है। मामले में आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 15,25 और 29 में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं एक अन्य मामले में औट थाना पुलिस टीम के द्वारा कार नंबर यूपी-14 बीएक्स-6443 से 98 किलोग्राम नाग छतरी जब्त की है। इसको लेकर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 379 और 41,42 भारतीय वन अधिनियम केे तहत आरोपी श्याम लाल पुत्र दीन बहादुर निवासी नेथारी सी 7128, सैक्टर-31 तहसील दादरी जिला गौतम बुद्धा नगर उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया गया है। मामलों की पुुष्टि एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने की है। उन्होंने कहा कि मामलों में पुलिस द्वारा अफीम डोडा और नाग छतरी की सप्लाई देने वाले मुख स्त्रोत के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

क्या है नाग छतरी

नाग छतरी(ट्रिलियम गोवाएनियम)हिमालय की गोद में ढाई से चार हजार मीटर की ऊंचाई पर मिलने वाली एक लुप्तप्राय प्रजाती की जड़ी-बूटी है। लोकल बाजार में नाग छतरी को दो से तीन हजार रुपए प्रति किलो में खरीदा जा रहा है। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में नाग छतरी का प्रति किलोग्राम मूल्य लाखों में है। हिमाचल में इसके दोहन पर प्रतिबंध है। वन विभाग विशेष मामलों में परमिट केे आधार पर वैज्ञानिक तरीके से नाग छतरी निकालने की इजाजत देता है। तस्करी के चलते नागछतरी खत्म होने के कगार पर है। केंद्र सरकार ने इसे अति दुर्लभ प्रजातियों में शामिल किया है। दिल्ली से इसका सबसे अधिक निर्यात चीन को होता है। औषधि विशेषज्ञ बताते हैं कि इसका प्रयोग हर्बल टानिक, च्वनप्राश और यौन शक्ति बढ़ाने वाली दवाइयों में किया जाता है।