धर्मशाला की बजाय शिमला में ही विधानसभा सत्र बुलाए सरकार: विक्रमादित्य

कांग्रेस विधायक बोले, आर्थिक संकट के दौर में खर्च से बचे सरकार

उज्जवल हिमाचल। शिमला

कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश सरकार से अगले महीने धर्मशाला में बुलाए गए विधानसभा सत्र पर पुन: विचार करने को कहा है। उन्होंने प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि सरकार इससे निपटने में पूरी तरह असफल साबित हुई है। विक्रमादित्य सिंह ने यहां कहा कि कोविड काल मे प्रदेश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। उन्होंने कहा है कि सरकार लोन पर लोन ले रही है। सरकार का अपने खर्च पर कोई भी नियंत्रण नही है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि इस बार धर्मशाला की जगह शिमला में ही विधानसभा सत्र बुलाया जाना चाहिए।

  • कोरोना से निपटने में पूरी तरह असफल हुई सरकार

उन्होंने कहा है कि विधानसभा सत्र के लिए पूरा शासकीय अमला जाता है। चूंकि प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। ऐसे में अब इसके बढ़ते प्रकोप से खुद को और औरों को भी बचाना है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि धर्मशाला में एक दिन के विधानसभा सत्र में करीब एक करोड़ से अधिक का खर्च आता है जो इस अवधि मे 4-5 करोड़ का बैठता है।

इस लिए इस आर्थिक संकट के दौर में इस खर्च से बचने के लिए प्रदेश हित मे शिमला में ही विधानसभा का सत्र बुलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि सभी विधायकों के सरकारी आवास शिमला में ही है। इसलिए उनके रहने खाने पीने की भी कोई समस्या नही होगी और सभी एक जगह से दूसरी जगह आने जाने से भी बचेंगे।