डैंकवा गांव में बनी पुलिया मात्र 15 दिन में गिरी

घटिया सामग्री का उपयोग होने के गांव वासियों ने लगाए आरोप

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। इंदाैरा

इंद्राैरा विधानसभा के अंतर्गत आते गांव डैंकवा में एक पुलिया का निर्माण गांव के वार्ड-5 में हुआ था, जो कि पुलिया को बने अभी 15 दिन हुए थे कि पुलिया बिना बारिश के ही गिर गई जिस पर गांव वासियों में काफी आक्रोश देखने को मिला। गांव के हरवन्स सिंह ने बताया कि अगर कोई गांव के प्रतिनिधियों का विरोध करता है, तो उन पर झूठे केस डाले जाते हैं, कभी औरत का केस कभी जाति सूचक शब्दों वाला झूठा केस उन्होंने कहा कि उक्त पुलिया के निर्माण कि विभागीय जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।

गांव की औरतों ने बताया कि उन्होंने भी पुलिया में सरिया डालने के लिए अपनी निजी खर्चे से पैसा ग्राम पंचायत को दिया था, लेकिन फिर भी उक्त पुलिया बिना बारिश पड़ने से ही मात्र 15 दिन में ही धाराशाही हो गई। वार्ड-5 की वार्ड सदस्य बनिता देवी ने कहा कि मुझे इस बारे कुछ नहीं पता कि इस पुलिया के निर्माण कैसे हुआ और न ही मुझे बताया गया।

उन्होंने कहा कि जब मैं पुलिया के कार्य के बारे में पूछने गई, तो मिस्त्रियों ने कहा कि आप कौन होती हैं पूछने वाली, आप प्रधान से बात करो। उन्होंने कहा कि मैंने पंचायत में भी इस बारे बात की पर कोई भी उचित जवाब नहीं मिला । इसमें सारा मैटीरियल खड्ड का प्रयोग किया गया है और गुणवत्ता को दरकिनार करके एक सीमेंट के बैग का मिश्रण बनाने के लिए 48 तसले बजरी रेत के डाले जाते थे।

ग्राम पंचायत डैंकवा के उपप्रधान सतीश शर्मा उर्फ सेठी से बात हुई, तो उन्होंने कहा कि यह पुलिया के निर्माण के लिए दो लाख रुपए जिला परिषद द्वारा दिए गए थे और एक लाख 25 हजार रुपए मनरेगा के तहत आए थे। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ के तहत भी पैसा आया था, जो कि अभी तक उपयोग नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिया के निर्माण में कोई भी घटिया सामग्री का इस्तेमाल नहीं किया गया है और अगर पुलिया में कोई भी घटिया सामग्री की बात आती है, तो वह अपनी जेब से पैसे भर कर पुलिया का निर्माण करेंगे।

इस विषय में जब खंड विकास अधिकारी कर्म सिंह नरयाल से बात की, तो उन्होंने बताया कि मैं स्वयं उक्त कार्य को देखने गया था तथा वहां पर डंगा व रास्ता बह गया है, जिस पर हमने उक्त उपप्रधान से संज्ञान लिया, तो उसने कहा कि वह इस कार्य को अपने पैसे से बनवा कर देगा। यदि उपप्रधान उक्त कार्य को नहीं करवाता तो बनती विभागीय कार्यवाही की जाएगी।

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