क्षेत्र में पानी की किल्लत बनी बड़ी समस्या, लाेग परेशान

एसके शर्मा। बड़सर

ग्राम पंचायत घंगोट कलां के गांवों में पानी की किल्लत बनी हुई है। पंचायत के निवासी पिछले एक महीने से पानी की बूंद-बूंद को मोहताज हैं। ग्रामीणों ने आईपीएच विभाग बड़सर से पानी की अतिरिक्त सप्लाई बढ़ाने को लेकर कई बार मौखिक व लिखित गुहार लगाई, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है, जिस कारण ग्रामीणों को काफी रोष पनप रहा है। बताते चलें कि घंगोट पंचायत के गांवों में पिछले एक महीने से पानी की सप्लाई कम आ रही है।

नलों से पानी बहुत कम स्पीड से आ रहा है व एक घंटे में दो से तीन बाल्टी पानी ही नसीब हो रहा है। ग्रामीणों द्वारा हैंडपंप से पानी भरकर इंसानों व मवेशियों के लिए किसी तरह पीने के पानी का प्रबंध किया जा रहा है। ग्रामीणों में सुदर्शन ठाकुर, विनोद कुमार, प्रवीण कुमार, विशाल ठाकुर, हर्षित, राजेश, निर्मल सिंह, तुलसी राम व अनिल कुमार सहित अन्यों ने कहा कि घंगोट गांव में लगभग एक महीने से पानी की किल्लत बनी हुई है।

उन्होंने कहा कि उनके घरों में रखीं पानी की टंकियां कई दिनों से सूखी पड़ी हैं। उन्हें खाना बनाने या कपड़े धोने के लिए पानी की कमी के चलते कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पानी एक या दो दिन बाद छोड़ा जाता है। उन्होंने बताया कि ग्रीष्म ऋतु में पानी की खपत अधिक रहती है, लेकिन संबंधित विभाग समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा है।

ग्रामीणों ने कहा कि इस समस्या के बारे में उन्होंने आईपीएच विभाग प्रमुख हमीरपुर को भी ईमेल डालकर अवगत करवाया है, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। ग्रामीणों में विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर गहरा रोष है। उन्होंने प्रशासन व विभाग से पानी की समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।

उधर, आईपीएच विभाग बड़सर सहायक अभियंता सुरेश कुमार ने बताया कि बिजली के कट लगने से क्षेत्र की स्कीमें पूरी नहीं चल पा रही है, जिस कारण भी यह समस्या आ रही है। उन्होंने कहा कि घंगोट गांव में पानी की सप्लाई में कभी कमी नहीं रही है। अगर फिर भी नलों में पानी कम आ रहा है, तो इसके लिए जांच की जाएगी। एक सप्ताह के भीतर समस्या का हल कर दिया जाएगा।