चुनाव में कैप्टन क्याें न हाे चेहरा : राहुल

पंजाब कांग्रेस का अंतर्कलह खत्म करने में कांग्रेस हाईकमान भी नाकाम

उज्जवल हिमाचल। चंडीगढ़

कांग्रेस के पूर्व राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने मिलने आए असंतुष्‍ट कांग्रेस नेताओं से पूछा कि यदि कैप्‍टन अमरिंदर सिंह को यदि अगले विधानसभा चुनाव में चेहरा न बनाया जाए, तो कितने विधायक बगावत करेंगे। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और हाईकमान की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में बनाई गई तीन सदस्यीय कमेटी के साथ एक बार फिर बैठक हुई है। वहीं, पंजाब के छह मंत्रियों, एक सांसद व पांच विधायकों ने राहुल गांधी के साथ एक-एक करके मुलाकात की। बताया जाता है कि पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ भी आज राहुल गांधी से मिलेंगे।
पंजाब कांग्रेस का अंतर्कलह खत्म करने में कांग्रेस हाईकमान भी नाकाम हो रही है।

पूरा विवाद सुलझने के बजाए और उलझता जा रहा है। दूसरी ओर, कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के तेवर भी कड़े हो गए हैं। उन्‍होंने कांग्रेस हाईकमान द्वारा गठित तीन सदस्‍यीय कमेटी के समक्ष अपने मुद्दे फिर रखे। उन्‍होंने पार्टी की कार्यवाहक अध्‍यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के लिए फिर समय मांगा है। उनको अब तक सोनिया से मुलाकात के लिए समय नहीं मिला है। पंजाब कांग्रेस के उच्च स्तरीय सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी से मिले अधिकतर विधायकों व नेताओं ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगवाई में अगला चुनाव न लड़ने और नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब में पार्टी की बागडोर न सौंपने का सुझाव दिया। ज्यादातर विधायकों ने राहुल के साथ हुई बातचीत को लेकर बात नहीं की, लेकिन परगट सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को बताया गया है कि जब तक लंबित मुद्दे हल होते, तब तक बात आगे नहीं बढ़ेगी।

वहीं, दिल्ली में पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी भी इस बैठक में आक्रामक नजर आए और नेताओं से कई सीधे सवाल किए। राहुल ने यहां तक भी पूछा कि अगर पार्टी कैप्टन को अगले चुनाव में अपना चेहरा नहीं बनाती तो इस स्थिति में कितने विधायक बगावत कर सकते हैं। कैप्टन और सिद्धू को लेकर आम लोगों की क्या राय है। दोनों में से कौन पंजाब में पार्टी को जीत दिला सकता है। एक नेता ने कहा कि राहुल ने कभी भी ऐसे सीधे सवाल नहीं पूछे। पिछले चुनाव से पहले प्रताप सिंह बाजवा और कैप्टन के विवाद को लेकर राहुल ने पूछा कि तब कैप्टन का समर्थन करने वाले अब उनका विरोध क्यों कर रहे हैं। इसके जवाब में नेताओं ने कहा कि तब कैप्टन ही पार्टी को सत्ता में ला सकते थे, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। कुछ ने यह भी कहा कि अगर माफिया, बेअदबी जैसे मुद्दे हल हो जाएं, तो अब भी कांग्रेस को सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता।

उधर, सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस आलाकमान द्वारा गठित खड़गे कमेटी के साथ हुई बैठक में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कई मुद्दे रखे। इस बात को लेकर भी चर्चा हुई भी कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पंजाब कांग्रेस कैसे उतरेगी। इसके बाद कैप्टन ने राज्यसभा सदस्य अंबिका सोनी से भी मुलाकात की। बैठकों के बाद कैप्टन चंडीगढ़ नहीं लौटे हैं। सूत्रों का यह भी कहना है कि कैप्टन सोनिया गांधी से मिलना चाहते हैं और उन्होंने उनसे समय भी मांगा हुआ है। मंगलवार को मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, भारत भूषण आशु, चरणजीत सिंह चन्नी, सुखजिंदर सिंह रंधावा और रजिया सुल्ताना के अलावा सांसद डा. अमर सिंह सहित कुशलदीप ढिल्लों, तरसेम डीसी, अमरिंदर राजा वडि़ंग, संगत सिंह गिलजियां, परगट सिंह ने राहुल से मुलाकात की।