लाखों रुपए की लागत से बनाए गया भवन बना सफेद हाथी

पीयूष शर्मा। करसोग

उपमंडल करसोग के डॉक्टर अंबेडकर भवन की हालत में लंबे समय से सुधार की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। करसोग के सामुदायिक भवन भले ही लोगों की सुविधा और सहूलियत के लिए बनाया गया था, लेकिन आज इसका कोई भी लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है। इसकी वजह से लोगों को किसी भी प्रकार के आयोजन में दिक्कत आ रही है।

दरअसल कुछ वर्ष पहले ही बने इस सामुदायिक भवन की हालत तेजी से खस्ता हाल हो रही है, जिसमें लंबे समय से किसी भी प्रकार का सार्वजनिक या शादी समारोह का आयोजन नहीं किया गया है। इसके रखरखाव और सफाई के कोई इंतजाम नहीं हैं, जिससे स्थानीय लोगों को मुश्किल आ रही है। इस परेशानी को दूर करने और सुविधाओं के विस्तार के लिए कोई कार्य नहीं किया जा रहा है।

समस्याओं से जूझ रह लोग
क्षेत्र में कई प्रकार की बुनियादी समस्याएं मौजूद हैं। टूटी नालियां और हरियाली से दूर पार्कों की समस्या से पहले ही परेशान लोगों को इस सामुदायिक भवन की परेशानी ने भी घेर रखा है, जिसके रखरखाव के लिए किसी चौकीदार की नियुक्ति नहीं की गई है। ऐसे में यहां भवन के चारों ओर की खाली जमीन में गंदगी फैली है। जहां लोग कूड़ा फेंक देते हैं। इसके अलावा शाम और रात के वक्त असामाजिक तत्वों का भी यहां पर उठना बैठना होता है।

इन सभी परेशानियों को दूर करने की दिशा में अबतक कोई काम नहीं किया गया है, जिससे लोगों में काफी असंतोष और गुस्सा है। स्थानीय समाजसेवी भीष्म पाल का कहना है कि सामुदायिक भवन के निर्माण के बाद उसके रखरखाव की ओर ध्यान नहीं दिया गया है। इसी वजह से इसकी हालत धीरे-धीरे खराब होती जा रही है। इसमें सुधार किया जाए।

क्षेत्र में लोगों को किसी भी तरह के समारोह के आयोजन के लिए सामुदायिक भवन की आवश्यकता रहती है, लेकिन विभागीय लापरवाही और सुध न लिए जाने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। सुविधाओं के विकास और सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए कार्य किए जा रहे हैं। सार्वजनिक सुविधाएं लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसमें सुधार संभव होगा।