पेयजल योजना पर खर्च होगी 11 करोड़ की राशि

 एमसी शर्मा। नादौन
नादौन विधानसभा क्षेत्र के बसारल-झलाण इलाके के उनतालीस गांवों में अब पेयजल किल्लत नहीं रहेगी। इस पेयजल योजना के लिये 11 करोड़ की राशि खर्च कर ब्यास नदी से पानी उठाया जायेगा और लोगों को स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध करवाया जायेगा। यह  जानकारी देते हुये पूर्व विधायक और एचआरटीसी के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री ने बताया कि झलाण- बसारल क्षेत्र की गौना, भदरोल, करौर, अमलैहड़, झलाण, किटपल और बदारन पंचायतों के करीब तीन दर्ज़न से ज्यादा गांवों में पेयजल की गम्भीर समस्या वर्षों से बदस्तूर जारी थी। इस समस्या से उनतालीस गांव सीधे तौर पर प्रभावित थे। लोगों की मांग थी कि उन्हें इस समस्या से  निजात दिलाई जाये।
एचआरटीसी के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री ने कहा कि उन्होंने प्रदेश सरकार के समक्ष इस मुद्दे को वर्ष 2016 की विधायक प्राथमिकता में उठाया था । उन के व्यक्तिगत प्रयासों से इस योजना को अब स्वीकृति मिली है। उन्होंने बताया कि इस पेयजल स्कीम  के लिए  नाबार्ड द्वारा 11 करोड़ की राशि स्वीकृत की जा चुकी है। और इस कार्य को जल्द शुरु किये जाने की तमाम औपचारिकताएँ पूरी की जा  रही हैं । इससे इलाके के लोगों की लंबे समय से चली आ रही पानी की कमी की समस्या से निजात दिलाई जा सकेगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के शुरू होने पर पंद्रह  हजार की आबादी को सीधे तौर पर लाभ पंहुचेगा।
उधर झलाण-बसारल क्षेत्र के  लिये इस पेयजल योजना के स्वीकृत होने पर खुशी जताते हुये इस इलाके की सात पंचायतों के बाशिंदों संजीव राणा,राजीव कुमार,विजय  स्याल,योगेश कुमार,तिलक राज,सुशील पठानिया,चन्दू लाल ,राय सिंह ,पूनम देवी,  परवीन कुमारी,शांति पराशर , रामचंद पराशर, लीला देवी, किरण बाला, फूला सिंह, सुनील कुमार, विपिन कुमार,ब्रह्म दास, डॉ निर्दोष, कमल किशोर, शर्मा,वर्षा  भारद्वाज,अनीता ठाकुर, कैप्टन अमी चंद, पुष्पिंदर ठाकुर, रमेश, मस्तराम,अजमेल वर्मा, प्रोमिला, रविन्द्र, नरेंद्र, संदीप,पवन, सुनील, प्रधान  संजय कुमार,राजेश, संदीप, कुलवंत, मनजीत, सुभाष,   अशोक और विपिन कुमार आदि ने प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और एचआरटीसी के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री का आभार  जताया है। इन लोगों ने कहा कि उनकी चार दशकों से चली आ रही इस मांग को पूरा कर प्रदेश सरकार ने क्षेत्र में चल रही पेयजल की दिक्कत को दूर करने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम उठाकर उन्हें राहत प्रदान की है।