गेट फांदकर अनाथ आश्रम से भागी 13 वर्षिय नबालिग

शुभम शर्मा। रक्कड़

गत सोमबार रात करीब साढे़ आठ बजे 9 फीट ऊंचे मैन गेट से कूद कर जिला कांगड़ा स्थिति धरोहर गांव गरली अनाथ आश्रम मे जीवन-यापन कर रही 13 वर्षिय नबालिग लड़की अचानक रहस्यपूर्ण स्थिति से चकमा देकर भाग गई । खैर सूचना मिलते ही रात को डीएसपी ज्वालामुखी तिलक राज के नेतृत्व में मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी रक्कड़ चिरजीं लाल शर्मा व अन्य पुलिस दलबल ने चारों ओर घेराबंदी करके करीब एक घंटे बाद ही उसे दो किलोमीटर दूर गांव ब्यौला (मूही) से उसे ढूंढ़ निकाला और उसे पूछताछ के बाद मेडिकल हेतू रात को ही सिविल अस्पताल देहरा भेजा गया। वहीं, इस घटना का पता ज्याें ही रात एसडीएम देहरा धनबीर सिह ठाकुर को चला, तो वह भी बाल बालिका आश्रम गरली पहुंचे व हर पहलू पर जांच-पड़ताल की।

बताया जा रहा है कि उक्त 13 वर्षिय नबालिग लड़की अभी एक सप्ताह पहले ही गरली अनाथ आश्रम आई थी। उक्त नबालिग बेसहारा लड़की अचानक रात को चकमा देकर क्यों भाग निकली और रात के अंधेरे मे भाग कर कहां जा रही थी खैर यह तो पुलिस के लिए जांच का विषय है, लेकिन ऐसे मे वहां उक्त बेसहारा कन्याओं की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही महिला कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर कई तरह के सवाल उठना लाजमी है, यहां आश्रम से बेसहारा कन्याओं का इस तरह भागना कोई नई बात नहीं है।

इससे पहले भी एक-एक करके कई बार यहां जीवन यापन कर रही लड़कियां भाग चुकी हैं, लेकिन संबंधित विभागिय प्रशासन ने इस पर अपनी गंभीरता नहीं दिखाई। गत करीब चार पांच वर्ष पहले एक लड़की रात को दीवार फांदकर भाग गई थी, जिसे पुलिस ने दूसरे दिन ऊना से बरामद किया था। यह गरली आश्रम की लापरवाही नहीं तो और
क्या है।