संविधान दिवस पीएम मोदी के संबोधन को विपक्ष की 14 पार्टियों ने किया बहिष्‍कार का एलान

उज्जवल हिमाचल डेस्क…

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द शामिल होंगे। भारतीय सविधान ने आज के दिन ही मौजूदा सविधान को अपना लिया था। हालांकि इसको 26 जनवरी 1950 को लागू किया था। पीएम मोदी के इस संबोधन को कांग्रेस, आरजेडी, लेफ्ट, टीएमसी, आरजेडी, शिव सेना, एनसीपी, सपा, आईयूएमएल, और डीएमके सेमत करीब 14 राजनीतिक र्टियों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने की घोषणा की है। इस बात की संभावना है कि कांग्रेस के साथ दूसरे विपक्षी दल भी इसमें शामिल नहीं होंगे। देश के संविधान के तहत हर देशवासी को समान अधिकार प्राप्‍त हैं। हमारे संविधान में नागरिकों को मौलिक अधिकारों के जरिए एक ताकत दी गई है।

हर वर्ष 26 नवंबर का दिन देश में संविधान दिवस और राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में भी जाना जाता है। वर्ष 2015 में इसकी शुरुआत हुई थी। संविधान दिवस डाक्‍टर बीआर अम्बेडकर को श्रद्धांजलि भी दी जा रही है। उन्‍होंने संविधान निर्माण के लिए बनाई गई सभा की मसौदा समिति के अध्यक्ष के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। संविधान दिवस 2021 से पहले पीएम मोदी ने एक ट्वीट कर कहा है कि किसी भी देश का संविधान भले ही कितना मजबूत हो लेकिन जब उसको चलाने वाले देश के सच्चे, निस्पृह, निस्वार्थ सेवक न हों तो संविधान कुछ नहीं कर सकता है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद की यह भावना पथ.प्रदर्शक की तरह है। उन्‍होंने पहले राष्ट्रपति डॉण् राजेंद्र प्रसाद द्वारा हस्ताक्षरित संविधान पत्र को भी अपने ट्वीट के साथ साझा किया।