गंदे नाले के पानी से 250 कनाल में धान की फसल खराब

दिनेश धीमान। इंदाैरा

एक तरफ जहां सरकार किसान को मजबूत करने के बड़े-बड़े दावे कर रही है नए नए बिल पास किए जा रहे हैं, किंतु जमीनी स्तर पर किसान के हालात बद से बत्तर हो रहे है। किसान कभी कुदरत की मार सहता है कभी प्रसाशन की लापरवाही की ऐसा ही एक मामला विधानसभा क्षेत्र इंदाैरा के पंचायत तोकि सामने आया है, जिसके चलते किसानों की करीब 250 कनाल भूमी नाले के पानी से बर्बाद हो गई है। इस संबंधी जानकारी देते हुए पूर्व प्रधान ग्राम पंचायत तोकि ने बताया कि गांव मलोट से एक नाला तोकि गांव तक आता है।

अतः जिसमें रास्ते मे पड़ने वाले आठ से दस गांवों का पानी आता है, किंतु पिछले चार पांच वर्ष से इस पानी की निकासी न होने से प्रत्येक वर्ष यह पानी खेतों में आ जाता है। अतः पकने को तैयार फसल तबाह हो जाती है। उन्होंने बताया कि पहले यहां पर पानी की निकासी थी, किंतु जालन्धर-पठानकोट हाइ-वे बनने से यहां से पानी की निकासी बंद हो गई थी। उन्होंने बताया कि इस बारे एनएच के उच्चाधिकारियों को कई बार लिखित सूचित किया गया है, किंतु कोई हल नहीं निकल पाया।

वहीं, इस बारे प्रसाशन व विधायक को भी अवगत कराया गया, पर कोई हल नहीं है। वहीं, इस मौके पर स्थानीय किसान सुरिंद्र लंबरदार, वार्ड सदस्य सुच्चा सिंह, ओंकार सिंह, गोपाल सिंह, दीपक कुमार, विकास, बलकार सिंह व नवीन कुमार आदि ने बताया कि उनके पास यही कुछ भूमि जिस पर अनाज लगाते हैं, पर हर वर्ष इन दिनों में हमारी फसल काटने का समय आता है, तो फसल इस नाले के पानी की वजह से नष्ट हो जाती है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा साशन व प्रसाशन से कई बार गुहार लगाई गई पर किसी ने हमारी इस समस्या का हल नहीं किया।