28 वर्ष पुराने व्यापार मंडल को करारा झटका

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर
  • व्यापारियों फूंका बजाया संघर्ष का बिगुल
  • 450 व्यापारियों ने दिया इस्तीफा
व्यापार मंडल सुंदरनगर के खिलाफ 450 व्यापारियों ने संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। इसको लेकर व्यापारियों द्वारा सुकेत व्यापार मंडल के रजिस्ट्रेशन की कवायद शुरू कर दी गई है। नवनिर्मित सुकेत व्यापार मंडल ने पहले चरण में 450 दुकानदारों ने 10 रूपए देकर सदस्यता ग्रहण की है। इसको लेकर लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह सुंदरनगर में वीरवार को व्यापारियों के एक धड़े ने बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में सर्व सहमति से सुकेत व्यापार मंडल सुंदरनगर का गठन किया गया और तीन माह के भीतर पंजीकरण करवाने का भी फैसला लिया गया है।

बता दें कि व्यापार मंडल सुंदरनगर का रजिस्ट्रेशन 28 वर्ष पहले 8 मई 1992 को हुआ था और व्यापार मंडल जिला एवं राज्य व्यापार मंडल से संबंधित है। इसका मुख्यालय सुंदरनगर के भोजपुर में स्थित है। सुकेत व्यापार मंडल के संयोजक सुरेश कौशल उर्फ बब्बू पंसारी ने कहा कि पिछले तकरीबन 8 वर्षों से वर्तमान व्यापार मंडल के ना तो चुनाव हुए हैं और ना ही व्यापारी वर्ग की समस्याओं का समाधान किया गया है। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल सुंदरनगर की हालत इतनी खराब है कि बाजार में चौकीदार तक की तैनाती नहीं की गई है। इससे आए दिन बाजार में चोरी की घटनाएं आम होती नजर आई हैं। वर्तमान व्यापार मंडल की अनदेखी का सीधे तौर पर व्यापारी प्रभावित हुए हैं। इसके चलते सुंदरनगर के समस्त व्यापारियों ने पुराने व्यापार मंडल से अनदेखी के चलते अपना एक साथ इस्तीफा भी दे दिया है और नए व्यापार मंडल में सदस्यता ग्रहण करते हुए विश्वास जताया है।
वहीं हिमाचल प्रदेश व्यापार मंडल ने भी सुकेत व्यापार मंडल के समस्त व्यापारियों को अपना सहयोग और समर्थन देने का निर्णय लिया है और 3 माह के भीतर समस्त औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिए हैं। उधर मामले को लेकर व्यापार मंडल सुंदरनगर के प्रधान घनश्याम महाजन ने कहा कि कोरोना महामारी और लॉकडाऊन की वजह से व्यापार मंडल सुंदरनगर के चुनाव नहीं हो पाए हैं। चुनावों को जल्द ही आगामी समय में करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सक्रिय हुआ अन्य व्यापार मंडल सरासर गलत और व्यापारी एकता के खिलाफ है।