बस डिपो को स्थानांतरित करने पर भड़के लोग, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

नरेश कुमार। भाम्बला

नबाही वार्ड से जिला परिषद सदस्य मुनीष शर्मा की अगुवाई में नगर पंचायत सरकाघाट के प्रतिनिधियों, पंचायत प्रतिनिधियों व सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं व युवाओं ने सैकड़ों की तादाद में हिमाचल पथ परिवहन निगम सरकाघाट डिपो के रूटों को स्टाफ व बसों सहित धर्मपुर डिपो में स्थानांतरित करने का कड़ा विरोध किया। इसके प्रति मुख्यमंत्री, परिवहन मंत्री व पथ परिवहन निगम के एमडी को क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय के माध्यम से ज्ञापन भी भेजा। मुनीष शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार को धर्मपुर डिपो के लिए नई बसों व रूटों का प्रबंध करना चाहिए।

सरकाघाट बस डिपो से छेड़खानी करना व इसे तोड़ना सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र की जनता से अन्याय होगा। इस फैसले से अच्छी कमाई वाले क्षेत्रीय रूट व लंबे रूट धर्मपुर डिपो के तहत कर दिए गए हैं। इस फैसले का बुरा असर सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र की परिवहन व्यवस्था पर पड़ेगा। इस फैसले से सरकाघाट डिपो में स्टाफ व बसों की भारी कमी हो जाएगी। सरकाघाट विधानसभा का भद्रोता व बैरा इलाका बसों के भारी संकट से जूझ रहा है। ऐसी स्थिति में सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में नए बस रूट शुरू करने की संभावनाएं तो पूरी तरह से खत्म हो जाएंगी। स्थानीय विधायक 15 वर्षों से विधायकी की मौज ले रहे हैं व गहरी नींद में सोए हैं।

विधायक महोदय न ही तो नए रूट शुरू करवा पाए व न ही सरकाघाट डिपो को तोड़ने के फैसलों को रुकवा पा रहे हैं। स्थानीय विधायक के 15 वर्षों के कार्यकाल में विधानसभा के विकास कार्य पूरी तरह से रुक गए हैं और लोगों को पानी, सड़क, बस, अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं व केंद्रीय विद्यालय जैसी बुनियादी सुविधाएं दिला पाने में भी असमर्थ रहे हैं । इस फैसले से खासकर दिल्ली, चंडीगढ़, अमृतसर, जम्मू जैसे रूटों पर सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। मुनीष शर्मा ने प्रदेश सरकार व स्थानीय विधायक को साफ शब्दों में चेताया है कि सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र की जनता के हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं होगी और संघर्ष का रास्ता अपनाया जाएगा।