चंद्रताल और बातल में फंसे 59 सैलानी स्पीति प्रशासन ने किए रेस्क्यू

उज्जवल हिमाचल। लाहौल-स्पीति

लाहौल स्पीति जिले की चन्द्रताल झील सहित स्पीति घाटी के दीदार करने गए बर्फ के बीच लोसर में फंसे पर्यटकों को कड़ी परीक्षा देने के बाद राहत मिल गई है। गत रविवार को हुई बर्फबारी इन सब पर भारी पड़ गई थी। अब स्पीति प्रशासन की ओर से रेस्क्यू टीम कुंजम पार कर बातल पहुंची। प्रशासन ने सभी पर्यटकों को कुंजम दर्रे होते हुए लोसर पहुंचाया गया।

इस बीच पर्यटकों को बर्फ के ऊपर पैदल भी चलना पड़ा है। हालांकि प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर काजा मार्ग पर सफर न करने के पहले हुए निर्देश दे दिए थे, लेकिन फिर भी लोग इस मार्ग पर आवाजाही कर रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि जिला के बातल में बर्फबारी के कारण फंसे सभी सैलानियों को सुरक्षित निकाल कर लोसर पहुंचा दिया गया है। काजा में सभी को मेडिकल जांच के पश्चात अपने अपने-अपने गंतव्य स्थानों तक भेज दिया जायेगा।

 

एसडीएम काजा महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि यहां से सभी 59 सैलानियों को सुरक्षित निकाला गया है। उन्होंने पर्यटकों से आग्रह किया कि समय समय पर जारी दिशा निर्देशों का पालन करें और जनजातीय क्षेत्र में सुरक्षित घूमने का आनंद उठाएं। 21 स्थानीय और ढाबे वालों ने वहीं रहने के लिए कहा है। पर्यटकों की तलाश में एसडीएम काजा महेन्द्र प्रताप सिंह की अगुवाई में एक 15 दिवसीय दल भी खोजबीन के लिए गया। खोज बीन के बाद सभी 80 पर्यटक बातल स्थित चाचा-चाची ढाबा के अलावा पीडब्लयू के विश्राम गृह में पूरी तरह सुरक्षित पाए गए थे।

काजा में होगा मेडिकल…

एसडीएम काजा महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बातल में रुके सभी लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। माता कुंजुम के आशीर्वाद से रेस्क्यू कार्य शुरू किया था और वो सफल रहा है। सभी लोगों को काजा में ठहराया जाएगा। रेस्क्यू टीम में लोसर गांव के युवक, पांगमो गांव के युवाओं ने रेस्क्यू कार्य में अग्रिम भूमिका निभाई है। आर्मी की टीम भी रेस्क्यू टीम में हमारे साथ थी। महिला मंडल लोसर, महिला मंडल चिचोंग ने काफी सहयोग दिया