पौंग झील में पहुंचे 88 प्रजातियों के 68,188 प्रवासी पक्षी, विभाग ने की गणना

उज्जवल हिमाचल। नगरोटा सूरियां

वन्य प्राणी विंग की टीम ने पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की पाक्षिक गणना की। पाक्षिक गणना में पौंग झील में 88 प्रजातियों के 68,188 प्रवासी पक्षी पहुंचे हैं। वन्य प्राणी विंग की यह रूटीन गणना है। वार्षिक गणना जनवरी में विभिन्न पक्षी संगठनों के विशेषज्ञ वन्य प्राणी विंग के साथ करेंगे। पाक्षिक गणना के लिए वन्यप्राणी विंग ने 15 टीमों का गठन किया। शुक्रवार देर रात तक गणना अभियान चलाया गया। वन्यप्राणी विंग हमीरपुर के डीएफओ राहुल रोहाणे ने इसकी जानकारी दी। डीएफओ ने बताया अभी तक झील में किसी भी प्रवासी पक्षी के मरने की सूचना नहीं है।

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अगर किसी को कोई पक्षी झील क्षेत्र में मृत दिखाई देता है, तो उसे न छुएं और इसकी सूचना वन्य प्राणी विंग को दी जाए। ऐसे पक्षियों की जांच करवाई जाएगी। पिछले वर्ष दिसंबर महीने में पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की बर्ड फ्लू से मौत होना शुरू हुई थी और जनवरी महीने तक लगातार यह सिलसिला जारी रहा था। इस दौरान करीब पांच हजार प्रवासी पक्षी बर्ड फ्लू का शिकार हो गए थे। हालांकि इस बार किसी भी प्रवासी पक्षी के मरने की कोई सूचना नहीं है। लेकिन वन्य प्राणी विंग ने एहतियात के तौर पर झील में चौकसी बढ़ा दी है।

किस प्रजाति के कितने प्रवासी पक्षी
बार हेडेड गीज 27139, कामन कूट 12867, नार्दर्न पिंटेल 5291, कामन टिल 4445, कामन पौचार्ड 4229, लिटल कर्मोनेंट 3339, रूडी शेल डक 1654, गड वाल 1118, स्पाट बिल्ड डक 948, रशियन विजन 594, वार्न स्वेल्लो 425, नॉर्दन शावलर 423, कॉमन मूर हेन 420, ब्लैक हेडेड गुल्ल 387, ब्लैक विंग्ड स्टिल्ट 371, पर्पल मूर हैं 370, रिवर टर्न 341, रिवर लैप विंग 269, ग्रेट कर्मोनेंट 268 व लिटल ग्रेब 253 प्रवासी पक्षी पौंग झील में पहुंचे हैं।