एक टीचर के हवाले 85 छात्र, कैसे सुधरे शिक्षा का स्तर

सुरिंद्र जम्वाल। बिलासपुर

अगर हम आपको कहें कि एक स्कूल ऐसा है, जहां 85 छात्रों का भविष्य एक शिक्षक पर निर्भर है, तो ये सुनकर आप चौंक जाएंगे। जी हां, मामला हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला का है, जहां के राजकीय प्राथमिक केंद्र पाठशाला में काफी समय से केवल एक ही शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहा है, जबकि अन्य 2 जेबीटी व 1 सीएसटी का पद खाली पड़ा हुआ है। ये हाल केवल एक स्कूल का नहीं, बल्कि सदर ब्लॉक के कई ऐसे स्कूल हैं, जहां शिक्षकों की कमी का हर्जाना छात्रों को झेलना पड़ रहा है।

यह भी देखें : आम आदमी पार्टी ने किया विधानसभा का घेराव, 2022 में 68 चुनाव लड़ने का किया ऐलान…

पेश है बिलासपुर की एक ऐसी रिपोर्ट, जहां एक शिक्षक के भरोसे चल रहा राजकीय प्राथमिक केंद्र पाठशाला दयोथ, 85 छात्रों पर एक शिक्षक होने से छात्र परिजन है, खफा तो छात्रों की पढ़ाई पर खासा असर पड़ने से परिजन परेशान है। प्राथमिक स्कूल में दो जेबीटी व एक सीएसटी का पद खाली है, तो परिजनों ने जल्द पद भरने की मांग कर रहे हैं। 2 महीने बाद वार्षिक परीक्षा होने व सलेब्स पूरा न होने की छात्रों को चिंता सता रही है, तो खंड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी ने सदर ब्लॉक में 5 सीएसटी, 2 एचटी व 65 जेबीटी के पद खाली होने की बात कही, तो उच्च अधिकारियों के समक्ष समस्या रख जल्द निवारण का आश्वासन दिया है।

तो वहीं, हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार शिक्षा के क्षेत्र को लेकर संजीदा होने का दावा तो करती है, मगर धरातल पर हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है। बात करें बिलासपुर की तो जिले में कुछ ऐसे स्कूल हैं, जहां शिक्षकों की कमी के चलते छात्रों की पढ़ाई पर खासा असर पड़ रहा है। बात करें राजकीय प्राथमिक केंद्र पाठशाला दयोथ की, तो यहां 85 छात्र शिक्षा ग्रहण करने आते हैं, मगर इस स्कूल में एक ही शिक्षक होने से इन छात्रों के सिलेब्स पर सीधा असर पड़ रहा है। गौरतलब है कि इस प्राथमिक विद्यालय में 2 जेबीटी व 1 सीएसटी का पद शिक्षकों के स्थानांतरण के चलते काफी समय से खाली चल रहा है, जिसके चलते 85 छात्रों को पढ़ाने का सारा जिम्मा एक शिक्षक के कंधे पर आ गया है।

वहीं, स्कूल में शिक्षकों की कमी के चलते छात्रों के परिजन काफी नाराज है और सरकार से जल्द ही खाली पड़े पदों को भरने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही दयोथ स्कूल की एसएमसी प्रधान पुष्पा देवी ने भी शिक्षकों की कमी पर चिंता जाहिर करते हुए प्रदेश सरकार से जल्द शिक्षकों की किए जाने की अपील की है। बिलासपुर सदर के खंड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी एनआर भाटिया का मानना है कि उनके ब्लॉक के विभिन्न स्कूलों में कुल 5 सीएसटी, 2 एचटी व 65 जेबीटी के पद खाली चले हुए हैं, जिसके चलते छात्रों की पढ़ाई पर खासा असर पड़ रहा। साथ ही उन्होंने उच्च अधिकारियों से बात कर जल्द ही राजकीय प्राथमिक केंद्र पाठशाला शिक्षकों की वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने की बात भी कही है।