फरवरी माह से खुलें स्कूल, अप्रैल में ली जाएं प्री बोर्ड परीक्षाएं : संघ

एसके शर्मा। हमीरपुर
प्रदेश पदोन्नत स्कूल प्रवक्ता संघ ने मांग की है कि वर्तमान परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए फरवरी माह से प्रदेश के स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाए। संघ के जिला प्रधान केवल ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रविदास ने कहा कि अब समय आ गया है कि प्रदेश में स्कूलों को खोला जा सकता है। पड़ोसी राज्य पंजाब एवं हरियाणा में भी स्कूल पहले ही खुल चुके हैं और जब प्रदेश में निजी कोचिंग संस्थान पहले से ही खुले हैं तो स्कूलों को बंद रखना कहां तक उचित है। संघ के अनुसार मुख्यमंत्री के साथ संवाद में छात्रों ने इच्छा व्यक्त की थी कि वार्षिक परीक्षाओं से पूर्व कम से कम उन्हें 2 माह के लिए वास्तविक परिस्थितियों में पढ़ाया जाए।
संघ सरकार से मांग करता है कि फरवरी माह में ली जाने वाली प्री बोर्ड परीक्षा को भी अप्रैल माह में लिया जाए और अगर वार्षिक परीक्षा मई माह में निर्धारित है तो इससे 3 माह पूर्व प्री बोर्ड परीक्षा लेने का कोई औचित्य नहीं रह जाता। वास्तविक स्थिति यह है कि इस पूरे शैक्षणिक सत्र में छात्रों ने अब तक स्कूल का मुंह तक नहीं देखा है। यूं तो छात्रों का अध्ययन कार्य पूरे वर्ष भर आनलाइन चलता रहा है और विभागीय आंकड़े इसके गवाह हैं कि इसका अच्छा परिणाम आया है जोकि विभिन्न ऑनलाइन परीक्षाओं और प्रतियोगिताओं से भी स्पष्ट है लेकिन, ऑनलाइन परीक्षाओं के लिए हमारे पास इतना प्रभावी निरीक्षण तंत्र नहीं था जो कि वास्तविकता को सामने ला सके। संघ के नेताओं प्रदेश उपाध्यक्ष संदीप डढवाल, महासचिव जिला हमीरपुर विक्रम वर्मा, कोषाध्यक्ष अजय नंदा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रीतम कौशल, विनोद शर्मा, अरविंद जगोता, राजकुमार धीमान, मीडिया प्रभारी दलजीत चौहान ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि छात्र हित में प्रदेश में स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से फरवरी माह से खोला जाए और प्री बोर्ड परीक्षाएं अप्रैल महीने के अंत में ली जाएं। संघ के प्रदेश अध्यक्ष यशवीर जंवाल का कहना है कि अब समय आ गया है कि प्रदेश सरकार को स्कूलों को खोलने का जोखिम उठाना चाहिए और वास्तविक अध्यापन कार्य को वर्चुअल पढ़ाई से कभी प्रतिस्थापित नहीं किया जा सकता।