आज कांगड़ा में प्रचारकों व वरिष्ठ संघ सदस्यों से रू-ब-रू होंगे RSS प्रमुख

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

चार दिवसीय दौर पर कांगड़ा पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत शुक्रवार को संघ कार्यालय गुप्त गंगा कांगड़ा में संघ प्रमुख प्रचारकों व वरिष्ठ संघ सदस्यों से मिलेंगे। इस दौरान वह प्रचारकों को अपने कार्य की ओर प्रमुखता से कार्य करने का आह्वान करेंगे।

वहीं आरएसएस के वर्ष 2025 में सौ वर्ष पूर्ण हो रहे हैं, जिसे स्वर्ण जयंती वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। स्वर्ण जयंति वर्ष में आरएसएस की कार्य विस्तार की योजना है। इसको लेकर भी वह प्रचारकों को जरूरी सलाह देंगे। आरएसएस में 1071 मंडल है, 308 बस्ती भी बनाई गई है। हिमाचल में 1100 शाखाएं हिमाचल प्रदेश में चल रही है। आरएसएस ने हर मंडल तक अपना काम पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। 2024 तक हर गांव व शहर तक संघ का मंडल शुरू किया जाएगा।

हिमाचल के इतिहास में साल 1989 के बाद यह दूसरा मौका होगा जब संघ के सरसंघचालक जहां पहुंच रहे हैं। इससे पहले 1989 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक बाला साहब देवरस कांगड़ा कार्यालय पहुंचे थे। आजादी से पहले 1942 को इसी स्थान पर संघ की शाखाएं लगनी शुरू हुई थी। प्रदेश के प्रथम संघ प्रचारक ठाकुर राम सिंह के नेतृत्व में इसी स्थान पर संघ की पहली शाखा लगी थी। पहले यह स्थान आचार्य विष्णु गिरी का स्थान था और उन्होंने जब शाम की गतिविधियों को देखा तो संघ की गतिविधियों से वह काफी प्रभावित हुए और यह स्थान उन्होंने संघ के नाम कर दिया।