उज्जवल हिमाचल। नालागढ़
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए गए स्वच्छ अभियान के तहत जहां पूर्व में रही हिमाचल में भाजपा सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन को आगे बढ़ाते हुए औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए करोड़ों रुपए की सब्सिडी के साथ प्लांट लगाया और जेबीआर कंपनी को इसका जिम्मा सौंपा।
वहीं, अब जेबीआर कंपनी की लापरवाही से आज बीवीएन क्षेत्र महामारी की ओर बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला नालागढ़ नगर परिषद् वार्ड नंबर 7 का है। जहां पर नगर परिषद् द्वारा शॉपिंग कांपलेक्स बनाया गया है और जहां पर उन्होंने किराये पर दुकानें दे रखी है।
आपको बता दें की दुकानों की बेसमेंट में नगर परिषद् ने गाड़ियों की पार्किंग के लिए भी सुविधा प्रदान की हुई है लेकिन हैरानी की बात यह है कि गाड़ियों की पार्किंग की जगह को जेबीआर कंपनी द्वारा कूड़े का डंपिंग स्थल बना दिया गया है और पूरे नालागढ़ का कूड़ा इकट्ठा करके यहां लाया जाता है और दुकानदारों के अनुसार कूड़ा कई महीनों तक उठाया नहीं जाता।
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कूड़ा इकट्ठा होने से इतनी बदबू फैल गई है कि दुकानदारों व ग्राहकों और आसपास रह रहे लोगों का साँस लेना भी मुश्किल हो गया है। स्थानीय दुकानदार मनोहर लाल, नरेश जेन व अन्य लोगों के अनुसार कूड़े से मक्खी-मच्छरों की तादात इतनी बढ़ गई है कि आसपास महामारी फैलने का ख़तरा बना हुआ है और कूड़े की बदबू के कारण ग्राहक दुकानों पर आने से कतरा रहे है।
उन्होंने कहा कि नगर परिषद् नालागढ़ व वार्ड नंबर सात के पार्षद् से वह कई बार शिकायत कर चुके है परंतु कोई भी सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अगर किसी तरह की महामारी फैलती है तो नगर परिषद् और जेबीआर कंपनी इसकी ज़िम्मेदार होगी।