उज्जवल हिमाचल। मंडी
भारतीय मानक ब्यूरो (Indian Standerds bureau) द्वारा मंगलवार को मंडी जिला के स्वर्णकारों के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय मानक ब्यूरो परवाणू के संयुक्त निदेशक राम चरण दास ने की।
उन्होंने बताया की बीआईएस देश का गुणवत्तापूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र है और भारतीय मानकों में निर्धारित गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रदर्शन मानकों पर आधारित अनुरूपता आंकलन योजनाओं के माध्यम से अंतिम उपयोगकर्ता की जरूरतों को पूरा करता है। उन्होंने कहा कि आईएसआई मार्क ग्राहकों को उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा और विश्वसनीयता की थर्ड पार्टी गारंटी प्रदान करने का एक माध्यम है।
उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो की मानकीकरण एवं प्रमाण योजना उपभोक्ताओं और उद्योगों को लाभ पहुंचाने के साथ-साथ विशेष रूप से उत्पाद सुरक्षा एवं उपभोक्ता संरक्षण की दिशा में कार्य करती है। इसके द्वारा खाद्य सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण, भवन और निर्माण इत्यादि जैसे क्षेत्रों में गुणवत्ता का अनुश्रवण भी सुनिश्चित किया जाता है।
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उन्होंने जिलावासियों से अपने घरों में पुराने पड़े गहनों की हॉल मार्किंग, नजदीकी हॉल मार्किंग केंद्र पर अवश्य करवाने की अपील की है ताकि उन्हें उन गहनों की गुणवत्ता का पता चल सके। सराफा स्वर्णकार एसोसिएशन के अध्यक्ष आशुतोष पाल व महासचिव गौरव चोपड़ा ने बताया कि स्वर्णकारों के लिए भारतीय मानक ब्यूरो के सौजन्य से मंगलवार को राजमहल होटल में हॉलमार्क पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस जागरूकता कार्यक्रम में लाइसेंस लेने के प्रक्रिया व दस्तावेजों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। स्वर्णकारों को भारतीय मानक ब्यूरो के नए हॉलमार्क एक्ट के बारे में जागरूक किया और बताया कि जो भी स्वर्णकार हॉलमार्क युक्त ज्वैलरी बेच रहा है या बेचना चाहता है, उसके लिए अब भारतीय मानक ब्यूरो से लाइसेंस लेना अनिवार्य है। स्वर्णकारों ने सवाल कर अपनी शंकाओं को भी दूर किया और जागरूकता कार्यक्रम में शहर के करीब 100 स्वर्णकारों ने भाग लिया जो कि मंडी जिला के अलग-अलग क्षेत्र से आये थे।