उज्जवल हिमाचल। मंड़ी
मंडी जिला (Mandi) में डडौर से लेकर नागचला तक बने फोरलेन पर कुछ समय पहले नागचला के पास बनाई गई क्रॉसिंग मौत की क्रॉसिंग बनकर रह गई थी। इस स्थान पर हर तीसरे दिन कोई न कोई हादसा होता रहता था। मौजूदा वर्ष में ही यहां पर अभी तक 22 एक्सीडेंट के मामले दर्ज हो चुके थे जिसमें 2 लोगों की मौत और कई गंभीर रूप से घायल हुए थे।
हालांकि बहुत से एक्सीडेंट ऐसे भी थे जो पुलिस में रिपोर्ट नहीं हुए और आपसी सहमति से सुलझा लिए गए थे। हाल ही में संसदीय सड़क सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक में भी यह मुद्दा प्रमुखता से उठा था। एएसपी मंडी सागर चंद ने बताया कि मंडी जिला पुलिस ने एनएचएआई के सहयोग से इस प्वाईंट पर 8 बैरिकेड लगा दिए हैं।
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जैसे ही फोरलेन पर रफ्तार से चल रही गाड़ी इन बैरिकेड के पास पहुंचेगी तो इन्हें क्रॉस करने के लिए उन्हें गाड़ी की रफ्तार को बिल्कुल धीमा करना पड़ेगा। बैरिकेड को सर्पिली चाल में क्रॉस करना पड़ेगा। सागर चंद ने बताया कि इन बैरिकेड को लगाए हुए पांच दिन हो गए हैं और बीते पांच दिनों से कोई भी हादसा रिपोर्ट नहीं हुआ है।
उन्होंने बताया कि ऐसे बैरिकेड लगाने के लिए पुलिस के पास अलग से कोई बजट नहीं होता। इसलिए एनएचएआई के सहयोग से इन्हें लगाया गया है। रात के समय लोगों को इनका पता दूर से ही चल जाए, इसके लिए इसपर रिफ्लेक्टिंग टेप लगाई गई है जो 150 मी की दूरी से लाइट पड़ते ही चमक जाती है ताकि चालक को इसका पता चल सके।