कांग्रेस-भाजपा की सियासत में उलझा केंद्रीय विश्वविद्यालय का मुद्दा, 8 साल में नहीं बन पाई बिल्डिंग, किराए के भवनों में चल रहा विश्वविद्यालय : रमा गुलेरिया

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

हिमाचल प्रदेश के पूर्व कांग्रेस सरकार और वर्तमान भाजपा सरकार शिक्षा के प्रति कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा कांगड़ा जिले के केंद्रीय विश्वविद्यालय की दशा से लगाया जा सकता है। केंद्रीय विश्वविद्यालय को खुले आठ साल से अधिक का समय हो गया है लेकिन आज तक न तो धर्मशाला में और न ही देहरा में विश्वविद्यालय का भवन बन सका है। शिक्षा के मंदिर में भी सियासत और श्रेय लेने की होड़ कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच वर्षों से छिड़ी है जिसका खामियाजा कांगड़ा जिले के छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। वर्षों बाद भी विश्वविद्यालय को अपना भवन नहीं मिला है जिससे पढ़ने वाले छात्रों को बेहतर शिक्षा नहीं मिल पा रही है। कई विभाग तो अभी खुले भी नहीं है, जो खुले हैं उनमें भी पर्याप्त स्टाफ की भर्ती नहीं हो सकी है। लाईब्रेरी और लैब की सुविधा भी छात्रों को नहीं मिल रही है। कांगड़ा शहर धार्मिक पर्यटन का दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। यहां ब्रजेश्वरी माता का मंदिर है, जिनके दर्शन के लिए प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। लेकिन शहर की सड़कें खस्ताहाल है और शहर में पार्किंग नहीं है। जिससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ श्रद्धालुओं को भी परेशानी होती है। कांगड़ा के आसपास के क्षेत्र और रानीताल क्षेत्र में भी सड़कों ही हालत खराब है। सरकार प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के दावे और वायदे करती है लेकिन प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कांगड़ा को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए कोई प्लान नहीं बना है और न ही कोई काम किया गया है। इसके साथ ही कांगड़ा का क्षेत्र सब्जी उत्पादक क्षेत्र है। यहां के किसान सब्जी की पैदावार करते हैं लेकिन खेतों में सिचाई की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। जिससे किसानों को नुकसान होता है और अच्छी पेदाबार नहीं होती है। क्षेत्र में सड़कों की हालत सुधारने और सिचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए क्षेत्र के लोग लंबे समय से मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार ने उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया।

टांडा में मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के पद खाली, मरीजों को नहीं मिलतीं इलाज की सुविधा

कांगड़ा जिले के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार ने टांडा में मेडिकल कॉलेज तो खोला है लेकिन वहां भी मरीजों को अच्छे इलाज की सुविधा नहीं मिलती है। टांडा में डॉक्टरों की कमी और टैस्ट न होने की खबरे हमेशा आती रही हैं। टांडा में हमेशा ही विभिन्न विभागों में डॉक्टरों की कमी रहती है जिससे पूरे जिले से आने वाले मरीजों का इलाज नहीं हो पाता। टांडा में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को जांचने के लिए जब केंद्रीय टीम आती है तो सरकार दूसरे अस्पतालों के डॉक्टरों की तैनाती एक सप्ताह के लिए टांडा कर देती है और फिर डॉक्टर वापस चले जाते हैं। डॉक्टरों के न होने का खामियाजा मेडिकल कॉलेज में बेहतर इलाज की उम्मीद से आए मरीजों को झेलना पड़ता है। इसी तरह के हालात सिविल अस्पताल और ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गए अस्पतालों का है जहां डॉक्टर न होने से मरीजों का इलाज नहीं होता है।

कांगड़ा में प्रभात फेरी के साथ शुरु हुई बदलाव यात्रा, रोड शो के बाद जनता से किया संवाद

आम आदमी पार्टी की बदलाव यात्रा कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र में निकली। बदलाव यात्रा को जनता का भारी समर्थन मिल रहा है। बदलाव यात्रा आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रमा गुलेरिया और एस.एस. जोगटा के नेतृत्व में निकली। कांगड़ा में बदलाव यात्रा की शुरुआत प्रभात फेरी के साथ हुई। इसके बाद रोड शो का आयोजन किया गया जो क्षेत्र के पंचायतों से होते हुए कांगड़ा के मुख्य बाजार में निकली। यात्रा के दौरान लोगों को आम आदमी पार्टी की नीतियों से संबंधित संदेश दिया गया। कांगड़ा विधानसभा के ताल, मटौर, टांडा आदि क्षेत्रों में हुए रोड शो में आप नेताओं ने जनता से संवाद किया और आम आदमी पार्टी की नीतियों से जनता को अवगत कराया।

विधानसभा चुनावों में एक मौका आम आदमी पार्टी को दे, बेहतर होंगी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं

बदलाव यात्रा के दौरान हुए जनसंवाद में पार्टी उपाध्यक्ष एसएस जोगटा ने जनता से कहा कि हिमाचल में कांग्रेस और भाजपा सरकार के समय विकास नहीं भ्रष्टाचार होता है। प्रदेश में ईमानदार सरकार बनाने के लिए एक मौका केजरीवाल को दें, हिमाचल प्रदेश में दिल्ली मॉडल पर शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ-साथ सभी क्षेत्रों में विकास होगा। हिमाचल प्रदेश की भाजपा सरकार के साढ़े चार सालों में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के करोड़ों रुपए के बजट का आवंटन किया गया लेकिन सरकार और प्रशासनिक तंत्र में फैले भ्रष्टाचार के कारण शिक्षा और स्वास्थ्य की बेहतर सुविधांए जनता को नहीं मिल रही हैं। आप नेताओं ने जनता से अपील की कि प्रदेश में आम आदमी पार्टी की ईमानदार को चुने, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर विकास होगा और लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। हिमाचल प्रदेश में भी शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में दिल्ली मॉडल के आधार पर विकास किया जाएगा। दिल्ली में शिक्षा पर पूरे बजट का 25 फीसदी खर्च कर स्कूलों के नए भवन बनाए गए हैं और बेहतर सुविधाएं दी जा रही हैं। वहीं स्वास्थ्य के क्षेत्र में मोहल्ला क्लीनिक खोलकर लोगों को घर के पास ही सभी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।