खिड़कियां टूटीं, प्लास्टर उखड़ा: लेखाकार कार्यालय अनदेखी का शिकार

चमेल सिंह देसाईक । शिलाई

उपमंडल की ग्राम पंचायत झकांडो का धारवा स्थित लेखाकार कार्यालय विभागीय अनदेखी का शिकार हो रहा है। वर्ष 2001-02 मे निर्मित लेखाकार कार्यालय की इतनी दयनीय हालत हो गई है कि दरवाजे, खिडकियां सड़ गई हैं, छत से पानी टपकता रहता है। खस्ताहाल लेखाकार कार्यालय को पिछले 5 सालों से कार्य के लिए बंद किया गया है।

  • 8 किलोमीटर का सफर कर दूसरे आफिस में जाने को मजबूर ग्रामीण

इस कार्यालय को कानूनगो कार्यालय रोनहाट मे शिफ्ट किया गया है।जानकारी अनुसार विभाग ने खुद पहले लेखाकार कार्यलाय बनवाया, जिसमें घटिया सामग्री का इतेमाल किया जिससे भवन जल्द ही जर्जर हो गया। कार्यालय मे रखे नक्शे, मुसाबी, (लट्ठा) जमाबंदी खराब हो गई है। ग्रामीणों को लगभग 8 किलोमीटर का सफर तय दूसरे कार्यालय पहुंचना पड़ रहा है। ग्रामीणों में पूर्व प्रधान इंद्रा देवी, ढिमेदार चमेल सिंह, कवंर ठाकुर, जोगेंद्र सिंह, जालम सिंह, भवान सिंह, सतपाल सत्ती ने बताया कि द्राबिल, झकांडो सहित नवनिर्मित धारवा पंचायत के लगभग 6 हजार लोगों को पहले तो 8 किलोमीटर सफर करके रोनहाट पहुंचना होता है। उसके बाद खराब रिकार्ड होने का बहना बनाकर अतिरिक्त रिकार्ड के लिए पांवटा साहिब भेजा जाता है।

आश्चर्य इस बात का है कि कई बार समस्या के समाधान की अपील की गई है, लेकिन विभागीय अनदेखी के कारण भवन अभी तक डिस्मेंटल नही हो पाया है एसे में नए भवन का सपना व क्षेत्रवासियों की समस्या के समाधान की उम्मीदें धराशही होती नजर आ रही है। दुर्गम क्षेत्र होने के चलते भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

उच्चाधिकरियों को लिखा गया है: नायब तहसीलदार
नायब तहसीलदार रोनहाट जय राम शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि झकांडो मे बने लेखाकार कार्यालय को डिस्मेंटल करने के लिए उच्चाधिकरियों को समय समय पर लिखा गया है, लेकिन कोई जवाब नही आया है। झकांडो मे लेखाकार कार्यालय को निजी भवन मे शिफ्ट किया जा रहा है। उच्चाधिकारियों के आदेश आते ही जर्जर भवन को डिस्मेंटल करके नए कार्यालय को बनाने के लिऐ फाइल भेजी जाएगी।