बैंकों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का लगा होने पालन

एसके शर्मा। बड़सर

विगत दिवस तीन दिन की छुट्टियों के बाद खुले बैंकों के बाहर लगी लोगों की भीड़ ने ये साबित कर दिया कि लोगों की जरूरतें कोरोना महामारी से भी बड़ी है। पेट की भूख और उसे मिटाने के लिए पैसे की जरूरत लोगों को कोरोना संक्रमण से भयानक लगने लगी है। पैसे की जरूरत के लिए लोग तपती धुप मे बैंकों के बाहर भीड़ लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते देखे गए। जिला हमीरपुर के गलोड स्थित पंजाब नैशनल बैंक के बाहर मंगलवार को देखने को मिला था।

लोग बैंकों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग को भूल कर झुंडों में तपती धुप मे तपते रहे, लेकिन न तो बैंक प्रबंधन ने और न ही जिला प्रशासन की तरफ से किसी व्यक्ति ने इस ओर कोई ध्यान दिया। इस खबर को उज्जवल हिमाचल ने मंगलवार को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर छपने के बाद प्रशासन हरकत में आया व नादौन उपंडल के एसडीएम विजय कुमार ने गलोड़ बैंक के बाहर पुलिस कर्मियों की डयूटी लगा दी है। पुलिस कर्मियों द्वारा बैंक में आ रहे लोगों को शोशल डिस्टेंसिंग में खड़ा किया जा रहा है व उसका पालन करने को कहा जा रहा है।

बताते चलें कि हमीरपुर जिला प्रदेश के सभी जिलों मे से कोरोना केसों को लेकर एक नंबर पर चल रहा है और इस महामारी से जिला के दो लोग अपनी जिंदगी गवा चुके है। अभी कुछ सप्ताह पहले गलोड़ के आसपास के क्षेत्रों से भी कुछ लोग पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाबजूद प्रशासन ने सक्ताई करने के वजाए ढील को और बढ़ा दिया है। लेकिन ये बात साफ हो गई है कि लोगों को अब कोरोना संक्रमण का डर नहीं रहा है कि जितना उन्हें भूख से मरने का डर सताने लगा है।

अब कोरोना महामारी से इतना डर इन लोगों को नहीं सत्ता रहा है, जितना भूखे पेट मरने का डर सताने लगा है।  उधर, एसडीएम नादौन विजय कुमार ने बताया कि गलोड़ बैक के बाहर पुलिस कर्मियों की डयूटी लगाई दी है। उन्होंने कहा कि लोगो को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं अगर कोई इस उल्लघंन करता हुआ पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कार्रवाही अमल में लाई जाएगी।