कोरोना की चौथी लहर को लेकर प्रशासन सतर्क

जतिन लटावा। जोगिंद्रनगर

मंडी जिला में कोरोना के मामलों में अचानक हुई बढ़ोतरी को देखते हुए जोगिंद्रनगर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ाते हुए तेज बुखार के मरीजों की निगरानी बढ़ा दी है। अस्पताल की सभी ओपीडी पर संदिग्ध तेज बुखार के मरीजों के आवश्यक टैस्ट करवाकर उन्हें उपचार दिलाया जा रहा है। बिना मास्क अस्पताल में प्रवेश निषेध कर दिया गया है।

रोगी वार्डों में भी दाखिल मरीजों के स्वास्थ्य की जांच के लिए चिकित्सकों की टीम तैनात कर रखी है। अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी न रहे इसलिए 72 लाख के ऑक्सीजन पाईप लाईन प्लांट को भी तत्काल प्रभाव से स्थापित कर सांस के मरीजों के लिए राहत प्रदान की जा रही है। अस्पताल में आवश्यक दवाओं के भंडारण पर भी स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता दिखाई है।

सप्ताह के पहले दिन सोमवार को अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचे करीब चार सौ मरीजों में फिर 50 से अधिक मरीज तेज बुखार के पाए गए। जिन्हें अस्पताल की प्रमुख ओपीडी में उपचार के अलावा उनके टैस्ट भी करवाए गए। रिर्पोट आने के बाद उन्हें आगामी उपचार दिलाया जाएगा। जोगेंद्रनगर उपमंडल में चार माह बाद कोरोना ने पांव पसारना शुरू किए हैं।

करीब 15 मरीज कोरोना संक्रमण के अभी तक पाए जा चुके हैं जिन्हें होम आईसूलेशन पर रखकर जरूरी उपचार दिलाया जा रहा है। अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डाॅ. रोशन लाल ने बताया कि अस्पताल में बिना मास्क मरीजों की प्रवेश निषेध कर रखा है। तेज बुखार के संदिग्ध मरीजों के टैस्ट भी लिए जा रहे हैं। कोविड की तीन लहरों में जोगिंद्रनगर में 4500 लोग हुए थे संक्रमित, 76 की गई थी जान।

जोगिंद्रनगर उपमंडल में कोविड की पहली, दूसरी व तीसरी लहर ने खूब कहर मचाया था। इस दौरान 4500 लोग संक्रमित हुए थे। 76 लोगों की जान भी गई थी। एसडीएम जोगिंद्रनगर डाॅ मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि कोविड की चौथी लहर की आशंका को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाते हुए लोगों को भीड़भाड़ वाली जगहों में परहेज करने की अपील की है। अस्पताल प्रशासन को अलर्ट रहने के अलावा आवश्यक दवाओं के भंडारण पर भी गंभीरता लेने की हिदायत दी है।