खीर गंगा घाट अनदेखी का शिकार

कार्तिक। बैजनाथ

ऐतिहासिक शिव मंदिर के साथ बिनवा नदी के तट पर बनी खीर गंगा घाट का सरकार व प्रशासन की अनदेखी का शिकार हुआ है जिसको लेकर शुक्रवार को बैजनाथ के अधिवक्ता राज कपूर ने उपमंडल अधिकारी (नागरिक) बैजनाथ के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। उन्होंने बताया कि बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र ऐतिहासिक शिव मंदिर भगवान शिव का धाम के नाम से विख्यात है और लाखों लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ एक बहुत बड़ा केंद्र है। कोरोना के इस दौर में जब समूचे विश्व का पटाक्षेप हुआ और बहुत से परिवर्तन देखने में आए हैं जिससे बहुत सी चीजें बदल गई हैं। बैजनाथ शिव मंदिर के साथ बिनवा नदी में बह रही तथा यहीं पर खीर गंगा घाट भी है, इस खीरगंगा में लाखों हिंदू लोगों की आस्था के साथ-साथ कई लोगों की आस्था जुड़ी है। उन्होंने कहा कि इस ज्ञापन में माध्यम से खीर गंगा घाट के बारे में बताना चाहता हूं। वर्तमान में यह घाट सरकारी अनदेखी का शिकार हुआ है क्योंकि कोरोना के चलते हिंदू धर्म में आस्था रखने वालों के लिए हरिद्वार जाना मुश्किल हुआ था और लोग अपने जन्म मरण के अनन्य कार्यों के लिए रोजाना इस घाट में आते रहे हैं। किंतु सरकारी तंत्र के क्रियाशील न होने की कारण हिंदू आस्था का सरेआम मजाक बनकर रह गया है।

उन्होंने कहा कि इस खीरगंगा घाट का पुन: जीर्णोंद्धार किया जाना चाहिए और इस स्थान पर मुंडन के बाद जो सामान छोड़ा जाता है उसके निष्पादन के लिए उचित व्यवस्था की जानी चाहिए। बिनवा नदी के पानी की स्वच्छता का भी ध्यान रखने की उचित प्रबंध किया जाना चाहिए क्योंकि सरकार द्वारा अनदेखी के चलते इस बात की भी इस दौरान बहुत अधिक अनदेखी की जा रही है कि पानी सिंचाई और पीने के लिए व मवेशियों के लिए इस्तेमाल होता है।

उन्होंने कहा कि मैं को ज्ञापन के माध्यम से आपके ध्यान में यह बात लाना चाहता हूं कि इस आस्थाओं के स्थान का रखरखाव व व्यवस्था सही की जाए और पानी की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए उचित प्रबंध किए जाए।