राजस्थान में करौली हिंसा के बाद हिंदू समुदाय हुआ पलायन को मजबूर, घरों और दुकानों के बाहर लगाया‘संपत्ति बिकाऊ’का बोर्ड

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

रामनवमी और नवसंवत्सर पर देश के कई राज्यों में हिंसा, पथराव और आगजनी की घटना हुई। दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में साम्प्रदायिक तनाव देखने को मिला। इन घटनाओं में कई लोग घायल भी हुए।

राज्यों में हुई हिंसा के मामलों में पुलिस ने कड़ी कार्रवाई कीहै। अब तक गुजरात, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों से कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके अलावा एमपी में हिंसा में शामिल आरोपियों के घरों और दुकानों को भी जमींदोज कर दिया गया है।

जयपुर राजस्थान के करौली में नवसंवत्सर को हिंदू संगठनों की बाइक रैली पर हुए पथराव के बाद से स्थिति तनावपूर्ण है। इस बीच मुस्लिम बहुल इलाकों से हिंदू अपने घर और दुकान बेचकर दूसरी जगह पलायन कर रहे हैं। दो घरों और कुछ दुकानों पर तो एक वर्ग विशेष के लोगों ने कब्जा कर लिया है। वहीं, कई जगह हिंदूओ ने घरों और दुकानों के बाहर ‘संपत्ति बिकाऊ’ के बोर्ड लगा दिए हैं।

एक वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में लोग अपना घर और दुकान छोड़कर या तो करौली में ही दूसरी जगह रहने लगे हैं या फिर ताला लगाकर दूसरी जगह चले गए हैं। इन लोगों को वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। पलायन करने वालों में जाटव, खटीक, धोबी और कुमावत समाज के लोग शामिल हैं। भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया बुधवार को करौली जाएंगे।

मंत्री बोले, पलायन नहीं हुआ

राज्य सरकार में पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा ने पलायन की बात को गलत बताते हुए कहा कि यह अफवाह फैलाई जा रही है। हिंदुओं का पलायन नहीं हुआ है। वहीं, भाजपा के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा ने 195 ऐसे लोगों की सूची प्रशासन को सौंपी है, जिन्होंने अब तक पलायन किया है। उधर, उपद्रव के 10वें दिन मंगलवार को कर्फ्यू में सुबह नौ से शाम छह बजे तक की राहत दी गई।

झारखंड में तनाव थमने का नाम नहीं ले रहा झारखंड के लोहरदगा के हिरही गांव में 10 अप्रैल की शाम रामनवमी शोभायात्रा में पथराव के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा एवं इससे उत्पन्न तनाव थमने का नाम नहीं ले रहा है।

रामनवमी की रात एक दर्जन वाहनों और तीन घरों को फूंके जाने के बाद पुलिस-प्रशासन की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बाद भी सोमवार देर रात उपद्रवियों ने जहां हेसल गांव में झोपड़ीनुमा एक होटल में आग लगा दी थी, वहीं मंगलवार की रात शहर के अमलाटोली बुचन गली में फिर पत्थरबाजी हुई। इसके बाद क्षेत्र में फिर तनाव व्याप्त हो गया।

एहतियात के तौर पर अफवाह फैलने से रोकने के लिए रामनवमी की आधी रात से ही जिले में इंटरनेट सेवा ठप कर दिए जाने के बाद प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के लिए मंगलवार को एसआइटी का गठन कर दिया। इसमें तीन डीएसपी समेत कई पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया गया है।

बहरहाल, संबंधित क्षेत्रों में जहां पुलिस की गश्ती बढ़ा दी गई है, वहीं ड्रोन से भी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। इधर, घटना को लेकर क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी भी तेज हो गई है।

कई राज्यों में हुई हिंसा के मामलों में हो रही कड़ी कार्रवाई

रामनवमी के मौके पर अलग-अलग राज्यों में हुई हिंसा के मामलों में पुलिस की कड़ी कार्रवाई जारी है। अब तक गुजरात मध्य प्रदेश में कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके अलावा एमपी में हिंसा में शामिल आरोपियों के घरों और दुकानों को भी जमींदोज कर दिया गया है