सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

नौजवान सभा की राष्ट्रीय कमेटी के आव्हान पर मंडी में प्रदर्शन किया गया है। देश व प्रदेश की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन की मुख्य मांगे रक्षा मामलों में एफडीआई के खिलाफ, खदानों का निजीकरण बंद, गैर रणनीतिक सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण करना बंद और संस्थागत क्वॉरेंटाइन सेंटर में मूलभूत सुविधाएं और मुफ्त में खाने का बंदोबस्त करने की मांग की है। सुरेश सरवाल नौजवान सभा जिला महासचिव मंडी ने कहा कि अगर सरकारें जनविरोधी फैसलों को वापस नहीं लेगी तो आने वाले समय के अंदर एक निर्णायक लड़ाई लड़ने के लिए डीवाईएफआई तत्पर रहेगी।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आम जनता विरोधी फैसले लगातार ले रही है और हिमाचल प्रदेश की सरकार भी केंद्र सरकार के नक्शे कदमों पर चल रही है। उन्होंने कहा कि आम जनता के पक्ष पर कोई नीति नहीं बनाई जा रही है प्रदेश सरकार केवल मात्र अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में विपक्ष के ऊपर ही एलिवेशन लगा रही है कि वह काम करने नहीं दिया जा रहा है। मगर स्थिति यह है जो पैसा आम जनता व केंद्र सरकार द्वारा दिया जा रहा है उसका भी सही ढंग से वह इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। सुरेेश सरवाल ने कहा आज प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते बहुत से गरीब परिवार अपना गुजर-बसर करना मुश्किल हो गया है देश की सरकार ने जो आर्थिक पैकेज दिया है वह भी यह दर्शा रहा है कि गरीब आदमी के लिए केवल मात्र लोन ही लेने का बंदोबस्त है।

बाकी कोई दूसरी नगदी उसको किसी भी रूप में नहीं दी जाएगी। नौजवान सभा मानती है की प्रदेश में हर परिवार को 35 किलो राशन सस्ते दामों में दिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी मजदूरों, छोटा व्यापारी, टैक्सी चालक ,वकील , रेहड़ी वाले, किसान और जो इनकम टैक्स अदा नहीं करता है उसके खाते में 7500 रूपया दिया जाए। इससे वह अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें। इस अवसर पर जिला कोषाध्यक्ष, अर्जुन, गोपिंदर, मीना,अजय वैद्य आदि ने हिस्सा लिया।