कृषि विधेयक बिल पर पुर्नविचार, नहीं तो होगा धरना प्रदर्शन : रजनीश मेहता

सुरेंद्र जम्वाल। बिलासपुर

प्रदेश युवा कांग्रेस सचिव रजनीश मेहता ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो जल्दबाजी में कृषि विधेयक लाया है, उस विधेयक ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है, जिससे किसानों का भविष्य भी खतरे में आ गया है। मेहता ने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए गांव-गांव में मंडिया स्थापित की जाए, ताकि किसानों को असुविधाओं का सामना ना करना पड़े। मोदी सरकार ने एक झटके से ही लोकसभा में बिना चर्चा किए हैं। 29 श्रमिक कानूनों को बदलकर 4 लेबर कानून बना दिए और किसानों को कंपनियों और पूंजीपतियों का गुलाम बना दिया गया, जो कि सरासर गलत है।

देश की सभी मजदूर यूनियन मोदी सरकार के खिलाफ पहले ही 6 वर्ष से संघर्ष कर रही है और अब किसानों के खिलाफ केंद्र सरकार ने कृषि विधेयक बिल लाकर देश के किसानों को बहुत बड़ा झटका दिया है। इस कृषि विधेयक बिल से किसानों को कारपोरेट के हाथों बेचने का यह एक षड्यंत्र है, जब से भाजपा सरकार ने देश और प्रदेश में सत्ता संभाली है, तब से समाज का हर वर्ग त्रस्त हुआ है।

देश का अन्नदाता किसान आज सड़कों पर उतरने को मजबूर हो गया है। सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण किसान आज खुद को असहाय महसूस करने लगा है। केंद्र सरकार को किसान विरोधी बिल को लेकर एक बार फिर से पुनर्विचार करना चाहिए और लोकसभा में चर्चा करनी चाहिए मेहता ने कहा प्रदेश युवा कांग्रेस पूरे देश के किसानों के साथ खड़ी है और अगर केंद्र सरकार इस बिल पर पुनर्विचार और लोकसभा में चर्चा नहीं करती, तो प्रदेश युवा कांग्रेस हर जिला स्तर पर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेगी।