जनमंच में पंचायतों में पैसे के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के लगे आरोप

उमेश भारद्वाज। मंडी

 

कृषि कानूनों के विरोध में किसान सड़कों पर हैं। उनकी कई मांगें हैं जिनमें न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी को कानूनी जामा पहनाना भी शामिल है। वहीं मंडी जिला के बल्ह विधानसभा क्षेत्र के रिवालसर में आयोजित ‘जनमंच कार्यक्रम’ के दौरान भी एमएसपी और पंचायतों में पैसे के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़े मामलों पर प्रदेश सरकार को घेरा गया। इस पर जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वन, युवा सेवाएं और खेल मंत्री राकेश पठानिया ने एमएसपी को लेकर उठाई गई मांग को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष रखकर फसल की सबसे अच्छी कीमत दिलवाने का आश्वासन दिया गया।

बल्ह उपमंडल के तहत ग्राम पंचायत सरधवार के गांंव चौकी चंद्रहान केे किसान ओमप्रकाश शर्मा ने जनमंच मेें अपनी 5 टन मक्की की फसल को बेचने का मामला उठाया। ओमप्रकाश का कहना था कि उनके अलावा गांव के अन्य किसान भी सिर्फ एमएसपी के इंतजार में अपनी मक्की को बेचने के लिए बैठे हुए हैं। ओमप्रकाश ने कहा कि किसानों द्वारा 50 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से मक्की का बीज खरीदा गया था। लेेेकिन अब उनकी फसल का कोई खरीददार नहीं है। इस पर मंंत्री राकेश पठानिया ने मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाकर किसानों को उनकी फसल की सबसे अच्छी कीमत देने का आश्वासन दिया।

वहीं जनमंच कार्यक्रम के दौरान मंत्री राकेश पठानिया ने कुछ पंचायतों में पैसे के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़े मामलों का कड़ा संज्ञान लिया। उन्होंने पंचायतों में भ्रष्टाचार की प्रवृति को रोकने के लिए समय पर कड़े कदम उठाए जाने की बात कही। उन्होंने जनमंच में पुरानी ग्राम पंचायत दूसरा खाबू में पैसे के दुरुपयोग, मनमाने तरीके से सोलर लाइटें लगाने, मनरेगा में धांधली और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर बीडीओ बल्ह को एक सप्ताह में मामले की तफ्तीश कर पूरी रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए।