विपक्ष का आरोप, अरबों रुपए की खरीदी जा रही मंहगी गाड़ियां, सूचना छुपा रही सरकार

सीएम बोले किसी ने घर के लिए नहीं खरीदी गाड़ियां

कमल ठाकुर। शिमला

हिमाचल सरकार द्वारा खरीदी जा रही मंहगी गाड़ियों की सूचना छुपाने के आरोप नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने लगाए है। मानसून सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल में मुकेश अग्निहोत्री ने वाहनों की खरीद पर सवाल पूछा कि प्रदेश सरकार द्वारा कितनी गाड़ियां खरीदी गई। इस पर मुख्यमंत्री की तरफ से उत्तर आया कि सूचना एकत्र की जा रही है। मुकेश अग्निहोत्री ने इसपर नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार जानबूझकर सदन मे सूचना नहीं दे रही है।

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आरटीआई से सूचना पहले मिल जाती है लेकिन पिछले सत्र से इसको लेकर जवाब मांगा जा रहा है। लेकिन ये सरकार सूचना नहीं दे रही है और सूचना छुपाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नियमों को ताक पर रख कर असफ़रों द्वारा किसी भी रंग की गाड़ियां खरीदी जा रही है, जबकि गाड़ी खरीदने के लिए नियम पहले से ही तय हैं। सरकार द्वारा फिजूलखर्ची की जा रही है और मंहगी गाड़ियां खरीदी जा रही है।

अफसरों को 40 लाख और मुख्य सचिव को 50 लाख की गाड़ी ले रहे हैं। जिन अफसरों को 7 लाख तक की गाड़ी दी जाती हैं। वहीं 40 लाख की गाड़ियां ले रहे हैं। इसको लेकर जब सदन में मुख्यमंत्री से जानकारी मांगी गई तो सूचना न होने की बात की जा रही है जबकि 7 महीने पहले भी सदन में ये प्रश्न लगाया गया था और अब तक सूचना नहीं दी जा रही। जबकि इससे पहले आरटीआई के माध्यम से पहले सूचना मिल जाती है।

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ये सरकार कर्ज पर कर्ज ले रही है और कर्ज लेने की लिमिट भी पार कर ली है और अब कर्ज लेने के नियमां में भी बदलाव किया जा रहा है। भाजपा सरकार द्वारा कर्ज लेने के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। वहीं मुकेश ने सोलन फोरलेन के धंसने पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि दो साल भी इस फोरलेन निर्माण को पूरे नहीं हुए और ये अभी धँस गया। गनीमत ये रही कि इसमें कोई जानी नुकसान नही हुआ है। उन्होंने सरकार से इसकी गुणवत्ता की जांच करने की मांग भी की।

वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि गाड़ियां पुरानी होती है, तो नई गाड़ियां खरीदी जाती है। विभिन्न विभागों के लिए गाड़ियां खरीदी जाती है। यह किसी के घर के लिए नहीं खरीदी जाती हैं। FRBM बिल सदन में लाया जाएगा विपक्ष कि आर्थिक स्थिति के लिए कांग्रेस की पूर्व सरकारें जिम्मेदार हैं और आज वह वर्तमान सरकार पर सवाल खडे कर रहें हैं।