मंदिर न्यास के कर्मचारी से वसूली गई दान की राशि

बड़सर कार्यालय से डिग्री कॉलेज चकमोह किया गया स्थानांतरित

एसके शर्मा। हमीरपुर

उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास कार्यालय बड़सर में दान की राशि अपने खाते में डालने वाले कर्मचारी के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। हालांकि प्राथमिक जांच में उक्त कर्मचारी को दान के पैसों को अपने निजी खाते में डलवाने का दोषी पाया गया है व उससे दान के 25 हजार रूपए भी वसूले जा चुके हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि उसने दान के लिए श्रद्धालु को अपना निजी खाता क्यों दिया। पांच महीनों बाद जब रसीद न मिलने पर श्रद्धालु नें शिकायत की, तो पैसे मंदिर न्यास प्रशासन को दिए गए।

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उक्त गड़बड़झाला पिछले कितने समय से चला हुआ है, इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। मंदिर न्यास के कार्यालय बड़सर में इससे पहले दान की कितनी राशि निजी खातों में जमा करवाई गई है, इसको लेकर भी श्रद्धालुओं में चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोगों में चर्चा है कि लुधियाना के श्रद्धालु द्वारा दान देने के पांच महीने बाद भी रसीद न मिलने पर ये मामला पकड़ में आ सका है। इनसे पहले न जाने कितने श्रद्धालु इस धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं। बहरहाल इस सारे मामले से श्रद्धालुओं की भावना को ठेस लगी है। उन्होंने मंदिर न्यास प्रशासन की सरकार से इस मामले की कड़ी जांच करने की मांग की है।

उधर, बड़सर विस क्षेत्र के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि कोरोना काल में भी कर्मचारी इस तरह की धांधलियों में लगे हुए हैं, जो कि शर्म की बात है। उनके अनुसार इस तरह के कई मामले सामने आ सकते हैं, जिनकी जांच करवाई जाएगी।
वहीं, मंदिर न्यास अध्यक्ष एवं एसडीएम बड़सर प्रदीप कुमार ने बताया कि उक्त कर्मचारी को स्थानांतरित करके चकमोह कॉलेज भेज दिया गया है व दान की राशि उससे वसूल कर ली गई है। उन्होंने कहा कि अगर और लोग शिकायत करते हैं, तो उसकी भी जांच की जाएगी।