22 फरवरी से एक पेयर रेलगाड़ी काे चलाने काे मिली मंजूरी

उज्जवल हिमाचल। नगरोटा सूरियां

पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलमार्ग पर सफर करने वालों का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। आज से पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलमार्ग पर एक पेयर रेलगाड़ी चलनी शुरू हो गई। रेल ट्रैक का रविवार को सफल ट्रायल रेलवे ने कर लिया था। अब कांगड़ा जिला के लोग पठानकोट से जोगेंद्रनगर की ओर रेल में सफर कर सकेंगे। मंडल रेलवे फिरोजपुर के डीआरएम राजेश अग्रवाल ने बताया कोविड-19 के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था के साथ 22 फरवरी से एक पेयर रेलगाड़ी चलाने को मंजूरी दे दी गई है।

यह रेलगाड़ी पठानकोट से सुबह दस बजकर दस मिनट पर चलकर शाम सात बजकर 55 मिनट पर जोगिंद्रनगर पहुंचेगी और यही रेलगाड़ी दूसरे दिन सुबह सात बजकर पांच मिनट पर जोगेंद्रनगर से चलकर शाम पांच बजकर पांच मिनट पर पठानकोट पहुंचेगी। पठानकोट से सात सवारियों के साथ ट्रेन ने सफर शुरू किया। चार डिब्‍बों की ट्रेन में 176 सवारियों की क्षमता है। एक डिब्‍बे में 44 सवारियां बैठ सकती हैं। पठानकोट से जोगेंद्रनगर के बीच 32 रेलवे स्टेशन पड़ते हैं।

रेलवे मंडल फिरोजपुर मार्च महीने में तीन और ट्रेनें चलाने की योजना बना रहा है। पिछले वर्ष कोविड-19 के तहत लॉकडाउन लगने के कारण रेलवे ने सभी ट्रेनें बंद कर दी थीं। पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेलमार्ग पर सात अप व सात डाउन रेलगाड़ियां चलती थीं। दिसंबर में रेलवे बोर्ड ने देश में ट्रेनें चलानी शुरू कर दी थीं, लेकिन कांगड़ा जिला में पठानकोट से जोगिंद्रनगर रेलमार्ग पर चलने वाली रेलगाड़ियां बहाल नहीं कीं, जबकि हिमाचल में कालका-शिमला रेलमार्ग पर चार ट्रेनें बहाल कर दीं।

सांसद रामस्वरूप ने संज्ञान लेते हुए लोकसभा में पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलमार्ग पर ट्रेनों की बहाली मामला उठाया, तब जाकर रेल मंत्रालय ने कोविड-19 के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कायम कर रेलगाड़ी चलाने की मंजूरी दी। मंडल रेल प्रबंधक फिरोजपुर ने पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलमार्ग पर एक पेयर रेलगाड़ी चलाने की व्यवस्था कर दी।