उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर
करीब दो महीने से अधिक समय के उपरांत जिला मंडी के 82 लोग अपने घर के पास पहुंच गए हैं। घर की दहलीज के पास पहुंच जाने पर भी उनका आंगन अभी दूर है। फिर भी उन्हें सुकून है कि अब इतने दिनों की जदोजहद के बाद उन्होंने अपनी जन्मभूमि पर कदम रख दिया है। रविवार को देर रात ऊना से सुंदरनगर जिला मंडी के 82 लोगों को लेकर 4 बसें सुंदरनगर पहुंच गई। इन सभी लोगों को सुंदरनगर तक 4 एचआरटीसी की बसों के माध्यम से लाया गया।
गुजरात के विभिन्न स्थानों से आए इन लोगों को मंडी जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशानुसार एसडीएम राहुल चौहान द्वारा 3 इंस्टीट्यूटनल कवारंटाईन में रखा गया है। लोगों को रहने के लिए प्रशासन द्वारा बीएसएनएल ट्रेनिंग सेंटर, फारेस्ट ट्रेनिंग सेंटर व एक निजी गेस्ट हाउस को इंस्टीट्यूटनल क्वांटराईन सेंटर बनाया गया है। इन सेंटरों पर 24 घंटेे पुलिस का पहरा रहेगा। वहीं, अब इन सभी लोगों की कोविड-19 को लेकर सेंपलिंग भी ली जाएगी।
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इसके उपरांत 7वें दिन दोबारा इन लोगों की सेंपलिंग लेकर रिपोर्ट नेगेटिव आने पर इनके संबंधित क्षेत्रों के लिए भेजा जा सकता है। जानकारी देते हुए एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान ने कहा कि ट्रेन के माध्यम से ऊना और ऊना से एचआरटीसी बसों के माध्यम से मंडी जिला के 82 लोगों को सुंदरनगर लाया है। उन्होंने कहा कि इन्हें सुंदरनगर में 3 अलग-अलग जगहों पर ठहराया गया है। सभी लोगो का कोरोना सैंपल लिया जाएगा और रिपोर्ट चेक की जाएगी। राहुल चौहान ने कहा कि अगले 7 दिन बाद दोबारा सैंपल लिया जाएगा।
अगर फिर भी लोगों की रिपोर्ट नेगीटिव आती है तो उन्हें होम क्वांटराईन के लिए घर भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी लोगों की रहने-खाने की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की गई है। बता दें कि रविवार दोपहर गुजरात से श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन के माध्यम से 547 हिमाचलियों की घर वापसी हुई है। इस ट्रेन में कांगड़ा से 210, हमीरपुर से 74, मंडी से 82, शिमला से 40, चंबा से 37, बिलासपुर से 23, ऊना से 47, सिरमौर 10, सोलन से 13, कुल्लू से 7 और किन्नौर व लाहुल स्पीत से एक-एक यात्रीयों की घर वापसी संभव हुई है।