हिमाचल: अश्वनी ठाकुर अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रधान

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। मंडी

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र सिराज से ताल्लुक रखने वाले अश्वनी ठाकुर हिमाचल प्रदेश के पौने तीन लाख कर्मचारियों के नए सरदार होंगे। राज्य सरकार ने उन्हें अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के मुखिया पद के तौर पर मान्यता दे दी है।

राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने अश्वनी ठाकुर का प्रधान पद की जिम्मेदारी दे दी है। अश्वनी ठाकुर अब राज्य के पौने तीन लाख कर्मचारियों के नए मुखिया होंगे। खास बात यह है कि अश्वनी ठाकुर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र सिराज से ताल्लुक रखते है। इस संबंध में कार्मिक विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने उन्हें पत्र लिखा है। इसमें संयुक्त सलाहकार समिति ;जेसीसीद्ध की बैठक के लिए एजेंडा भेजने को कहा है। हालांकि अभी बैठक की तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन समझा जा रहा कि इसे सरकार एक माह में बुला सकती है।

अश्वनी ठाकुर मुख्यमंत्री के सबसे करीबी माने जाते हैं। पिछले तीन वर्ष से महासंघ कई गुटों में बंटा रहा। एक गुट अश्वनी, दूसरा एनआर ठाकुर और तीसरा गुट विनोद कुमार का। तीनों पर शुरू से अश्वनी धड़ा हावी रहा। एनआर ठाकुर स्वास्थ्य विभाग के राजपत्रित अधिकारी बन गए। वह भी मंडी से ही हैं। मंडी के महासंघ के दो बड़े महारथियों में वर्चस्व की जंग लंबी चली। जैसे ही सुलह हुई, तभी से तय था कि अब संगठन की कमान आधिकारिक तौर पर अश्वनी के हाथों में आ जाएगी।

47 वर्षीय अश्वनी ठाकुर अभी शिक्षा विभाग के अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। वह गैर शिक्षक कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष हैं। लगातार दूसरा कार्यकाल निभा रहे हैं। 18 वर्ष से कर्मचारी राजनीति में हैं। गैर शिक्षक महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भी रहे हैं। सिराज के छतरी क्षेत्र के लस्सी गांव के रहने वाले हैं।

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