10 सितंबर को होंगे पौणा हारी बाबा बालक नाथ के दर्शन

एसके शर्मा। हमीरपुर

कोरोना वायरस की वजह से कई महीनों से बंद पड़े धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए सरकार ने ऐलान कर दिया है। सरकार द्वारा 10 सितंबर से धार्मिक स्थल खोलने के लिए बाकायदा गाइडलाइन जारी कर दी है, जिसके मुताबिक उतरी भारत का प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध भी खुलने जा रहा है। मंदिर में पुजारियों को मास्क, ग्लव्स व फेस शिल्ड लगाना अनिवार्य होगा। प्रसाद वितरण या चरणामृत की अनुमति नहीं होगी तथा घंटियों को कपड़ों से ढक कर रखना अनिवार्य होगा।

श्रद्धालुओं के लिए भी मास्क पहनना अनिवार्य होगा। किसी भी तरह का मुंडन, विवाह या भजन संगीत इत्यादि की अनुमति नहीं होगी। मॉनिटरिंग के लिए सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग जरूरी होगी। किसी प्रकार के हवन व बड़े स्तर पर इकट्ठा होने की अनुमति नहीं होगी। मंदिर परिसर के अंदर रात को श्रद्धालुओं के ठहराव की अनुमति नहीं होगी तथा दिव्यांग लोगों के लिए दर्शनों के लिए विशेष प्रबंध करने होंगे। इसके साथ ही जिला प्रशासन यह अपील भी करेगा कि बहुत जरूरी होने पर ही यात्री धार्मिक स्थलों में आए अन्यथा घरों में ही रहे।

श्रद्धालुओं के लिए मास्क पहनना, साबुन से हाथ व पांव धोना, सोशल डिस्टेंस रखना अनिवार्य होगा। अपने जूते व अन्य सामान अपने वाहन के अंदर रखने को ही प्राथमिकता दी जाएगी। मन्दिर परिसर में आइसोलेशन रूम अनिवार्य होगा । गर्भवती महिलाएं बुजुर्ग व 10 साल से कम आयु के बच्चे घर में ही रहेंगे। धार्मिक स्थल को बार-बार सैनिटाइज करना अनिवार्य रहेगा।

किसी भी श्रद्धालु को गर्भ गृह में जाने की अनुमति नहीं होगी। अलग-अलग जगह पर लाइव स्क्रीन लगानी होगी तथा धार्मिक स्थल में एक दूसरे को छूने की इजाजत नहीं होगी। कार्यवाहक मंदिर अधिकारी कृष्ण कुमार ठाकुर का कहना है कि प्रदेश सरकार के आदेशों के अनुसार 10 सितंबर से बाबा बालक नाथ मंदिर खुलने जा रहा है। सरकार द्वारा जारी एसओपी के मुताबिक सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।