बाबा बालक नाथ मंदिर में एक माह में पहुंचे 28 हजार श्रद्धालु

एसके शर्मा। हमीरपुर

प्रदेश में मंदिरों को खुले हुए एक माह हो गया है। कोरोना के डर के चलते बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में पिछले एक माह के दौरान महज 28 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका है। कोराना से पूर्व ही चैत्र माह मेलों के दौरान एक दिन में ही इतने श्रद्धालु मंदिर में माथा टेक आते थे। वहीं, एक माह में चढ़ावे के रूप में 48 लाख रुपए प्राप्त हुए हैं। बाबा के दरबार में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए बकरों की नीलामी भी की गई, जिनसे मंदिर न्यास को करीब साढ़े 4 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई।

कोविड-19 से पहले जहां एक दिन में ही इतने श्रद्धालु माथा टेक जाते थे, लेकिन अब इतने श्रद्धालुओं को माथा टेकने में एक माह का समय लगा। मंदिर न्यास प्रशासन को श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाएं भी बदलनी पड़ी हैं और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ-साथ व सैनिटाइजेशन का कार्य भी करना पड़ा है। पिछले एक माह में शुरू में तो श्रद्धालु सैकड़ों की संख्या में दर्शन करने पहुंच रहे थे, लेकिन धीरे-धीरे श्रद्धालुओं की संख्या में कमी नजर आई, जिसके चलते 10 सितंबर से 10 अक्तूबर तक 28 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका।

तहसीलदार बिझड़ी एवं मंदिर अधिकारी कृष्ण कुमार ठाकुर ने कहा कि मंदिर न्यास प्रशासन द्वारा भरसक प्रयास किए गए हैं कि श्रद्धालुओं को दर्शन करवाने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा व साथ में अपने कर्मचारियों का भी पूरा ध्यान रखा जा सके। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के चलते श्रद्धालु बाबा की गुफा के सामने चबूतरे से ही दर्शन कर रहे हैं। बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में रविवार को श्रद्धालुओं की चहल-पहल दिखी। एक ही दिन में कोरोना काल के दौरान पहली बार जहां महिला श्रद्धालुओं का आंकड़ा एक हजार हुआ।

वहीं, पुरुष श्रद्धालुओं में भी 3000 के करीब ने माथा टेका, जिसके चलते स्थानीय दुकानदारों को भी राहत मिली। दियोटसिद्ध मंदिर के आसपास के दुकानदारों का व्यापार शून्य हो गया था, लेकिन अब धीरे-धीरे श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से उन्हें थोड़ी आस जगी है। मंदिर अधिकारी कृष्ण कुमार ठाकुर ने बताया कि रविवार के दिन श्रद्धालुओं का आंकड़ा चार हजार के करीब रहा। सामाजिक दूरी रखते हुए श्रद्धालओं को बाबा के दर्शन करवाए जा रहे हैं।