उसके बाद इस सड़क को 2018 में विधायक प्राथमिकता में डाला गया। अब इस सड़क को नाबार्ड के माध्यम से 4 करोड़ 49 लाख 88 हजार रुपए के बजट की स्वीकृति मिल गई है। जिसके चलते इस सड़क का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा।
विधायक राणा ने बताया कि इस क्षेत्र में भव्य सड़क निर्माण का सपना उन्होंने इसे लिंक रोड बनाती दफा देखा था। जो सपना अब नाबार्ड से करीब साढ़े 4 करोड़ रुपए का बजट मिलने से साकार हो रहा है। राणा ने कहा कि उनके जीवन की आस और सांस का एकमात्र मकसद सुजानपुर का विकास है और जिसके लिए वह हर दम संघर्षरत रहते हैं।
हालांकि बीते 5 वर्षों में बीजेपी सत्ता के कार्यकाल में सुजानपुर का विकास लगातार पिछड़ा है क्योंकि व्यक्तिगत राजनीतिक प्रतिशोध के कारण सुजानपुर के विकास में लगातार बीजेपी के लोगों ने न केवल अड़ंगा अड़ाया बल्कि जहां उनकी चली, वहां उन्होंने पूरी तरह सुजानपुर के विकास को रोकने के प्रयास भी किए हैं।
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जिसका गवाह समूचा सुजानपुर बना है। राणा ने कहा कि सुजानपुर के विकास के दुश्मन वह लोग बने हैं जो अपना वजूद और वर्चस्व सुजानपुर के कारण बताते और जताते हैं। ऐसे में सुजानपुर के विकास से द्रोह करने के गुनाह के लिए सुजानपुर की जनता इन लोगों को कभी माफ नहीं करेगी।
राणा ने कहा कि लोकतंत्र में हार-जीत चली रहती है। लेकिन जीत के अंहकार में और हार की खुन्नस में जनता के हितों से खिलवाड़ करना राजनीतिक उसूलों के खिलाफ है। राणा ने कहा कि बजरोल-चमारड़ा वाया लंबर करीब साढ़े तीन किलोमीटर सड़क के निर्माण के लिए नाबार्ड की मंजूरी मिलने से इस क्षेत्र को और बेहतर सड़क सुविधा मिलेगी।
जो कि उनके लिए परम संतोष का विषय है। राणा ने कहा कि जनता के सरोकारों से जुड़े रहने का ही अंजाम है कि सुजानपुर की जनता उनके साथ चट्टान की तरह खड़ी है। जो कि उनके सियासी हौंसलों को बुलंद रखे हुए है।
हमीरपुर ब्यूरो।