स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, लाेगाें पर न पड़े भारी

शैलेष शर्मा। चंबा

प्रदेश सरकार ने काेराेना महामारी से लड़ने जहां अपनी पूरी शक्ति लगा दी है, तो वहीं चंबा के जवाहर लाल मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग की इतनी बड़ी लापरवाही देखने को मिली है कि कोई भी इसको देखने के बाद स्वास्थ्य प्रशासन को कोसे बिना नहीं रह सकते हैं। बताते चलें कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अपने इस मेडिकल कॉलेज के पिछले हिस्से में इन यूज्ड पीपी किट्स और अन्य वेस्ट सामान को बड़े बड़े प्लास्टिक के बोरो में भरकर किस लिए रख छोड़ा है।

इसका पता तो नहीं चल पाया है, पर काेराेना से संक्रमित यह पीपी किट्स पहाड़ी के पिछले छोर से धीरे-धीरे गिरती हुई साल नदी में जरूर पहुंच रही है, जिससे काेराेना से संक्रमित होने का खतरा कई गुना बढ़ रहा है। हालंकि यह मामला कोई कम संगीन नही था और इसका सच जानने हमारी मीडिया की टीम ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से पूछा, तो उनको भी इस बारे कोई जानकारी नहीं थी, पर उन्होंने इसके अलावा यह भी कहा कि इस वेस्ट सामान को यहां से ले जाने बहुत दूर से गाड़ी आती है, जो कि काफी दिनों से नहीं आई है।

फिर भी हम इसकी जांच करवाएंगे और इसमें किसी तरह की कोई त्रुटि पाई जाएगी, तो उनके खिलाफ करवाई अमल में लाई जाएगी। यह कहना था चंबा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का। पर सवाल यह उठता है कि काेराेना महामारी वायरस जिसके खात्मे को लेकर प्रदेश सरकार करोड़ों रुपए हर रोज खर्च करती है, तो चंबा के स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐसी लापरवाही क्यों और किस लिए, जबकि इस करोना वेस्ट को ही उठाने राज्य सरकार ने लाखों रुपए की गाड़ियों को हर जिला में इसलिए तैनात कर रखा है, ताकि और काेराेना संक्रमण न फैल सके। अब देखना यह होगा कि जिला स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर क्या करवाई करता है।