बिलासपुर: 20सालों से पक्की सड़क देखने को तरस रही आंखें, हर सरकार से मिला आश्वासन

सुरेंद्र जम्वाल। बिलासपुर

देश और प्रदेश में पक्की सड़कों को जाल बिछ रहा है। जिससे गांव शहरों और शहर गांवों से जुड़ रहे हैं। पर अभी भी प्रदेश के कई ऐसे क्षेत्र है जहां पर सड़के हैं ही नहीं और हैं भी तो उनकी खस्ता हालत है। आज हम एसी में कड़ी में जिला बिलासपुर की एक ऐसी सड़क की बात करने जा रहे है जो कई गांवों को जोड़ती है पर इसकी हालत काफी खराब है। सड़का को पक्का करने की मांग लगभग 20 सालोें से उठ रही है पर आज दिन तक एक इंच भी पक्की नहीं हुई हैं। जिला के स्वाहण से कटिरड पंगवाना सड़क की लंबाई लगभग 7 किलो मीटर लंबी है।

गर्भवती महिलाएं बीमार लोग आपात स्थिति में स्थानीय लोगों को डोलि या पालकी में बिठाकर सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। भाजपा की सरकारी आई कांग्रेस की सरकारें आई लेकिन इस सड़क को पक्का करने का कार्य शुरू नहीं हुआ। सड़क की हालात के चलते ग्रामीणों का कहना है कि गर्भवती महिलाएं बीमार लोग आपात स्थिति में स्थानीय लोगों को डोलि पालकी में बिठाकर सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बरसात के दिनों में ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ती है जब भी बरसात होती है उस समय पूरी तरह बंद हो जाती है और आवाजाही पूर्णता ठप हो जाती है।

ग्रामीणों का कहना है कि कांग्रेस की सरकार भी रही अब भाजपा की सरकार है लेकिन किसी ने इस सड़क की सुध नहीं ली लोगों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में चुनाव आने वाले हैं लेकिन अगर उनकी सड़क का निर्माण नहीं किया गया तो वह कोई कड़ा फैसला लेने को मजबूर हो जाएंगे। ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इस सड़क का कार्य जल्द से जल्द किया जाए और कई वर्षों से चली आई ग्रामीणों की मांग को पूर्ण किया जाए।