कोरोना बीमारी से भी खतरनाक है कांग्रेस की विचारधाराः राकेश शर्मा

कहा नकारात्मक और निहित स्वार्थवश के लोग हर चीज को शक की नजर से देखते

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। धर्मशाला

हिमाचल प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी राकेश शर्मा ने जारी ब्यान में कांग्रेस की विचारधारा को कोरोना महामारी से भी खतरनाक बताया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से उपजी महामारी कोविड-19 से लड़ाई में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तत्परता और धैर्य का परिचय दिया है उससे पूरी दुनिया में देश का मान बढ़ा है। केंद्र सरकार के हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी इस आपदा में अपने सारे संसाधन झोंक दिए हैं, लेकिन कोरोना के खिलाफ कांग्रेसी नेता गुमाह करने वाली राजनीति के द्वारा कांग्रेस का ध्यान अब पार्टी को पुनर्जीवित करने, इसका पुनर्निर्माण और कायाकल्प करने में लगा हुआ है जो जनता के बीच हांस्य बना हुआ है।

उन्होंने कहा नकारात्मक और निहित स्वार्थवश के लोग हर चीज को शक की नजर से देखते हुए बाल की खाल निकालने में जुटे रहते हैं। मसलन कोरोना से उपजे हालात से निपटने के लिए सबसे जरूरी चीज है धन और उसका सम्यक आवंटन, जिसके लिए जिसके लिए केंद्र व हिमाचल की सरकार ने इसके लिए कोई कमी नही आने दी। राकेश शर्मा ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान कांग्रेस ने अगर किसी को राशन दिया है तो केवल अपने चहेतों को। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में जिस प्रकार से कांग्रेस लगातार बाधा पैदा कर रही है उससे जनता के प्रति कांग्रेस की नाकारात्मक सोच का पता चलता है। उन्होंने कहा इसमें कोई शक नही कि कोरोना की जंग में कांग्रेस ने पार्टी को जीवित रखने के लिए अपनी घटिया विचारधारा का खुलकर प्रदर्शन किया है।

उन्होंने कहा सत्ता में रही कांग्रेस अब सत्ता से बेदखल होने के बाद अपना आपा खो चुकी है। वह नहीं चाहती कि देश व प्रदेश का विकास हो। लोग जानते हैं कि कौन सी पार्टी विकास करवा सकता है और कौन सी पार्टी विनाश। उन्होंने कहा देश व हिमाचल जनता की जनता को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्य मंत्री जयराम ठाकुर के सुशासन और विकास की राजनीति पर भरोसा है। उन्होंने कहा मोदी सरकार में बढ़ते भारत की जहां पूरी दुनिया में प्रशंसा हो रही है, वहीं कांग्रेस और उसके सहयोगी इससे परेशान हैं। लगातार दो चुनाव हारने की बौखलाहट में यह पार्टी अब देश और देशवासियों से दुश्मनी निकालने में जुट गई है। 70 सालों में देश का बंटाधार करने के बाद भी इनका मन नहीं भरा है इसलिए यह वर्तमान सरकार द्वारा किए जा रहे कामों में रोड़े अटकाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कांग्रेस नेताओं न तो देश की चिंता है और न ही जनता की। इनका सिर्फ एक ही मकसद है कि किसी तरह सत्ता में आकर अपनी अकूत संपत्ति को और बढ़ाया जाए। यही कारण है कि यह अब अपने से कहीं छोटी पार्टियों का चरणवंदन करने से भी नहीं चूक रहे।