मित्रों की सरकार में, विधायक और जनता त्रस्त…! मित्र मस्त

विधायकों के छिटकने के डर से केबिनेट रैंक बांट रहे सीएम

उज्जवल हिमाचल। धर्मशाला

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश में मित्रों की सरकार चल रही है। इस सरकार में विधायक और जनता त्रस्त हैं, जबकि सरकार के मित्र मस्त हैं। यह आरोप प्रदेश भाजपा प्रवक्ता राकेश शर्मा ने रविवार को जारी प्रेस बयान में लगाया। उन्होंने कहा कि सीएम सुक्खू को कांग्रेस विधायकों को छिटकने का डर सता रहा है, यही वजह है कि सरकार द्वारा विधायकों को केबिनेट रैंक बांटे जा रहे हैं। प्रदेश में चहेतों को बांटी जा रही रेबड़ियों का हिसाब, प्रदेश की जनता लोकसभा चुनाव में लेने का मन बना चुकी है।

राकेश शर्मा ने कहा कि आरोप लगाया कि आर्थिक स्थिति खराब होने का रोना सीएम सुक्खू, जब से सरकार बनी है, तब से रो रहे हैं, यदि प्रदेश की स्थिति ठीक नहीं है तो सरकार फिजूलखर्ची पर अंकुश लगाए, लेकिन उन्हें तो विधायकों के जाने का डर सता रहा है, जिसके चलते विधायकों को केबिनेट रैंक धड़ाधड़ बांटे जा रहे हैं। सरकार की लोकप्रियता व विश्वसनीयता इसी से उजागर हो जाती है कि कांग्रेस के ही छह विधायकों ने पार्टी के खिलाफ जाकर भाजपा प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित की। राकेश शर्मा ने कहा कि इससे स्पष्ट है कि विधायकों को भी अपनी पार्टी के बजाय भाजपा पर विश्वास है। उन्होंने कहा कि झूठी गारंटियां देकर सत्ता हथियाने वाली कांग्रेस सरकार के लिए अब गारंटियों को पूरा करना गले की फांस बन गया है। कर्मचारी व पेंशनर्स आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं।

लोकसभा चुनावों को सामने देखकर प्रदेश सरकार भर्तियां करने की घोषणा तो कर रही है, लेकिन यह भर्तियां कब होंगी, इसका जवाब सरकार के पास भी नहीं है। पिछले लंबे समय से प्रशिक्षित बेरोजगार रोजगार का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अभी तक सरकार किसी को रोजगार नहीं दे पाई है, इसके विपरीत कांग्रेस के नेता लोकसभा चुनावों में जीत के दावे कर रहे हैं। राकेश शर्मा ने कहा कि देश की जनता केवल और केवल मोदी की गारंटी पर विश्वास करती है और कांग्रेस के लोकसभा में जीत के दावे खोखले साबित होंगे।

ब्यूरो रिपोर्ट धर्मशाला

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