उन्होंने तलख और सख्त लहजे में कहा कि बटालियन की बात करने से पहले सुजानपुर की जनता को यह भी स्पष्ट कर दें कि बीजेपी का वह कौन नेता है जिसने हार की खुन्नस में व्यक्तिगत रंजिश के चलते हुए सत्ता के बावजूद चार सालों तक लगातार सुजानपुर के विकास में तरह-तरह के अड़ंगे अड़ाए हैं।
महज बयानबाजी या मुद्दों को भटकाकर सुजानपुर के विकास को रोकने के गुनाह पर पर्दा नहीं डाला जा सकता है। सुजानपुर का विकास किसने रोका है?, क्यों रोका है?, कैसे रोका है?, यह सुजानपुर की जनता भी भली-भांति जानती है और बीजेपी खुद भी जानती है।
राणा ने कहा कि बेतुके सवाल उठाने की बजाय पूर्व मुख्यमंत्री स्व. राजा वीरभद्र सिंह के कार्यकाल में सुजानपुर में स्वीकृत हुए बजट आज दिन तक किसने रोक रखे हैं, जवाब इसका भी देना होगा। स्वीकृत बजट के बावजूद टाउन हॉल व मिनी सचिवालय का काम किस कारण से बीजेपी सरकार के कार्यकाल में पूरा नहीं हो पाया है, इसका भी जवाब जनता को दे।
विकास कार्यों को रोकने की इस साजिश में किस-किस अधिकारी को शामिल किया गया है, जनता जानती है। काम रोकने के गुनाह का खामियाजा अधिकारियों को भुगतना होगा, यह निश्चित है। राणा ने कहा कि उन्होंने कभी भी भेदभाव की राजनीति नहीं की।
हमेशा सुजानपुर का सामान विकास किया है लेकिन यही बात बीजेपी के आकाओं को रास नहीं आ रही है। बटालियन की बात करने वाले लगे हाथ जनता को यह भी बता दें कि सुजानपुर से रातोंरात बीडीओ कार्यालय उठाने की हिमाकत किसने की थी। एसडीएम कार्यालय खोलने के हक में क्यों और कौन नहीं था?
वहीं इस अवसर पर विधायक राणा ने ग्राम पंचायत पौंहज के सिद्ध माहडी़ मंदिर स्वाणा में 5 लाख रुपए की लागत से बनकर तैयार हुए सराय भवन का उद्घाटन कर जनता को समर्पित किया। इसी बीच उन्होंने ग्राम पंचायत कुठेड़ा में दुर्गा महिला मंडल सुधार समिति बाग चौकी के भवन के निर्माण के लिए 2 लाख रुपए देने की घोषणा की।