भाजपा पार्षद व मेयर का मामला लेने लगा अब राजनीतिक रंग

स्लॉटर हाउस के आसपास सेनेटाइजिंग करने की मांग की

उज्जवल हिमाचल। शिमला

बीते दिनों शिमला नगर निगम के हाउस में भाजपा पार्षद और मेयर के बीच हुई कहासुनी का मामला राजनीतिक रंग लेने लगा है। भाजपा ने पार्षद के साथ हुए बर्ताव पर आज एमसी आयुक्त को ज्ञापन देकर इस विषय में उचित कार्रवाई की मांग की है और इसके अतिरिक्त कृष्णा नगर वार्ड में लैंड स्लाइड की भेंट चढ़े स्लॉटर हाउस के आसपास सेनेटाइजिंग करने की मांग की है ताकि कृष्णा नगर में बीमारी फैलने के खतरे को रोका जा सके।

इस मौक़े पर भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने कहा कि जिस प्रकार से नगर निगम के पिछले हाउस में महापौर ने भाजपा के कृष्णा नगर वार्ड के पार्षद बिट्टू पाना से व्यवहार किया वह निंदनीय है इसके लिए उनका सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। कृष्णा नगर में क़साईख़ाना गिरने के बाद है जो वहां पर बकरी और मुर्गी मारे हैं उनकी सफाई में तेजी से कार्य नहीं हो पा रहा है जिसके कारण लोगों में महामारी का भय फैला है। भारतीय जनता पार्टी ने मांग रखी है कि इस वार्ड की पूरी सफाई होनी चाहिए और वार्ड सेनीटाइज भी होना चाहिए।

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इसके अलावा शहर की सड़कों को तुरंत ठीक किया जाए। कई उपनगरों की सड़के अभी भी बंद पड़ी है जिससे लोगों को दिक्कती हों रही है। भाजपा पार्षद बिट्टू पाना ने कहा की महापौर ने हाउस में जब चुने हुए प्रत्याशियों को बोलने का मौका नहीं दिया तो आम जनता को क्या मौका देंगे। जनप्रतिनिधि जनता के काम करवाने आते हैं और अगर उन कामों को वह नगर निगम एवं महापौर के समक्ष नहीं रखेंगे तो काम कहां से होंगे।

वहीं दूसरी तरफ नगर निगम महापौर सुरेंद्र चौहान ने आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि भाजपा पार्षद इस मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं जबकि उब हाउस में भाजपा पार्षद को 15 से 20 मिनट तक बोलने का मौका दिया गया है एमसी सदन की एक अलग गरिमा है और नियमों के आधार पर सदन की कार्यवाही चलती है ।पार्षद को सदन की बैठक में हंगामा करने का कोई अधिकार नहीं है नियमो के भीतर रहकर ही सदन की कार्यवाही चलती है।

ब्यूरो रिपोर्ट शिमला

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