उज्जवल हिमाचल। डेस्क
राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा देशभर में एक उदाहरण के तौर पर सामने रखने की दिशा में काम कर रही है। सिंधिया द्वारा भाजपा की सदस्यता लेने के दौरान कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें भाजपा में ज्यादा सम्मान नहीं मिलेगा,
लेकिन समय के साथ सिंधिया की हर बात को महत्व दिया गया। हाल ही में सिंधिया के भोपाल दौरे के दौरान उनके महत्व को रेखांकित करते हुए कई प्रसंग सामने आए। सत्ता और संगठन की ओर से उन्हें तवज्जो दी गई।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि सिंधिया को माडल के तौर पर सामने रखकर भाजपा यह संदेश देना चाहती है कि कांग्रेस से आने वाले जनाधार वाले नेताओं का पार्टी में महत्व कहीं कम नहीं होगा। इस बहाने कांग्रेस के उन युवा नेताओं पर नजर है,
जिनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि में कभी न कभी पार्टी स्तर पर विरोध रहा हो। इनमें जितिन प्रसाद, सचिन पायलट जैसे नेता शामिल हैं। जितिन के पिता जितेंद्र प्रसाद सोनिया गांधी के सामने संगठन का चुनाव लड़ चुके हैं। राजेश पायलट ने भी हाईकमान से बगावत की थी। माधवराव सिंधिया का भी ऐसा ही इतिहास रहा था।