सिद्धपुरघाड पंचायत में बीपीएल परिवार, राशन के लिए लाचार

चैन गुलेरिया। जवाली
ज्वाली के अंतर्गत ब्लाक फतेहपुर की पंचायत सिद्धपुरघाड के पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा बिना नोटिफिकेशन से 29.7.2021 को 48 लाभार्थियों को बीपीएल की सूची से बाहर किया और उनके बदले अपने चहेतों और अपने परिवार के सदस्यों को डाला गया जिसकी शिकायत बीडीओ फतेहपुर व एसडीएम ज्वाली को की गई ।
इस शिकायत की गहनता से सुनवाई करने उपरांत एसडीएम ज्वाली महेंद्र प्रताप सिंह ने पंचायत की करवाई को 3 फरवरी 2022 को रद्द कर दिया और पुराने ही लाभार्थी मान्य रहेंगे। निकाले गए लाभार्थियों के मुरझाए चेहरे फिर से खिल उठे। इस फैसले का पूर्व प्रधान परमजीत मनकोटिया व लाभार्थियों ने एस डी एम जवाली महेंद्र प्रताप सिंह का आभार प्रकट किया।
लेकिन बड़ी हैरत की बात है कि बिना नोटिफिकेशन निकाले गए लाभार्थियों को निकालने के दो महीने तक राशन मिलता था उसके बाद उनका राशन बंद कर दिया और बहाली के बाद भी उन्हें राशन नहीं मिल रहा है । जिसके बारे में एसईबीपीओ सुभाष फतेहपुर बीडीओ फतेहपुर को बताया गया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई ।
एसडीएम ज्वाली के फैसले को हुए भी लगभग दो महीने गुजर गए है अभी तक पंचायत सचिव द्वारा राशन डिपो में लिस्ट ही नहीं दी गई । इससे साबित होता है कि इस सारी घटना की जड़ पंचायत सचिव ही है ।ऐसा भी माना जा रहा है कि सचिव के सिर पर किसी नेता का हाथ है जिसके चलते सचिव बीडीओ, एसईबीपी ओव एसडीएम के फैसले को दरकिनार किया जा रहा है ।
इसके इलावा गुप्त सूत्रों के हवाले से पता चला है कि पंचायत सचिव व पंचायत उपप्रधान दोनों करीबी रिश्तेदार भी है और ऊपर से साथ लगती पंचायत का निवासी भी है जोकि सरकार के नियमों के साथ खिलवाड़ भी है। लाभार्थियों ने सरकार व विभाग से गुहार लगाई है कि 48 लाभार्थियों का राशन कहां गया, कौन खा रहा है और क्यों नहीं दिया जा रहा और किसकी लाहपरावाही से गरीब लोगों के हक को चुना लगाया जा रहा है। गहनता से छानबीन करके दोषियों पर सख्त कानूनी कारवाई अमल में लाई जाए ।
राशन डिपो के सचिव अशोक कुमार का कहना है कि हमारे पास अभी पंचायत की तरफ से कोई भी लिस्ट नहीं आई है और जब लिस्ट आ जायेगी, हम राशन मुहैया करवा देंगे ।
एसईबीपीओ सुभाष चंद फतेहपुर ने कहा कि हमने पंचायत सचिव को आदेश दे दिए है अब यह काम पंचायत सचिव का ही है। जब बीडीओ फतेहपुर रणविजय कटोच से फोन पर संपर्क करना चाहा तो उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा ।