बलदेव बताएं कि किसके कारण रुका था बस स्टैंड व मिनी सचिवालय का काम : केवल धीमान

एसके शर्मा। हमीरपुर

अपनी ही पार्टी में हाशिए पर धकेले जा चुके बलदेव शर्मा अब अपनी राजनीति की अंतिम सांसे गिन रहे हैं। ऐसे में कुछ भी अनाप-शनाप बयानबाजी करते हुए जनता को गुमराह करने का असफल प्रयास कर रहे हैं। यह बात बड़सर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष केवल धीमान ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। धीमान ने कहा कि बड़सर बस स्टैंड को लेकर की गई बयानबाजी पर बलदेव शर्मा पहले अपना ज्ञान ठीक करें। क्योंकि 2011 में चुनावों से ठीक पहले पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने बस स्टैंड के साथ कुछ हवाई शिलान्यास किए थे, लेकिन अब बलदेव शर्मा कह रहे हैं कि 9 साल तक कांग्रेस सरकार ने इन कार्यों को रोक कर रखा था, जो कि उनकी सियासी समझ को बताता है।

धीमान ने बलदेव शर्मा से पूछा है कि बलदेव शर्मा बड़सर की जनता को बताए कि जिन लोगों ने इन कामों को रुकवाया था वह कौन और किसके लोग थे? और उन्होंने किस मंशा से इन कामों को रुकवाया था? धीमान ने कहा कि विधायक इंद्रदत्त लखनपाल की सहज सियासी समझ वह प्रयासों के चलते बस स्टैंड व मिनी सचिवालय की फॉर्मेलिटी को पूरा किया गया है और अब यह मामला प्रदेश की योजना बैठक में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष रखा, जिसके कारण अब इन निर्माण कार्यों की राह में बीजेपी द्वारा बिछाए कांटे साफ होने लगे हैं।

उन्होंने कहा कि धौंस-दबाव और बकवास की राजनीति में माहिर बलदेव शर्मा दूसरों के किए गए कामों का श्रेय लेने का असफल प्रयास करते आए हैं। जबकि बड़सर की जनता जानती है कि तीन साल बीत जाने के बावजूद बलदेव शर्मा की कारगुजारियों के कारण मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बड़सर में पैर तक रखना मुनासिफ नहीं समझा है और अब मुख्यमंत्री ने बड़सर के विकास को समझने का जो प्रयास किया है, उसमें भी बलदेव शर्मा का कोई हाथ नहीं है।

यह बलदेव शर्मा भी जानते हैं और बड़सर की जनता भी जानती है। सच तो यह है कि बलदेव शर्मा की धौंस-दबाव की राजनीति से तंग आ चुके बीजेपी के कार्यकर्ता भी उनसे सरेआम कन्नी काटते हैं। बलदेव शर्मा की राजनीति अब उनके अपने परिवार की राजनीति बन कर रह गई है, जबकि उनकी अपनी पार्टी की राजनीति बड़सर में कोई और खेमा कर रहा है।