बिजली की तार की चपेट में आई यात्री बस, 6 की माैत

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

राजस्थान के जोधपुर संभाग के जालोर जिला से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां के महेशपुर गांव में यात्रियों से भरी एक बस बिजली के तार की चपेट में आ गई, जिससे की इसमें सवार लोग बुरी तरह झुलस गए पूरी बस आग की चपेट में आने से ड्राइवर समेत 6 लोगों के मौत की सूचना है। वहीं, बस में सवार तकरीबन सभी लोग झुलसे हैं, जिनको इलाज के लिए जालौर भिजवाया गया है। वहीं, कुछ गंभीर लोगों को जोधपुर लाने की बात सामने आई है। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक अमला महेशपुर गांव पहुचा और राहत बचाव कार्य शुरू किए।

यह सभी लोग जैन समुदाय से जुड़े बताए जा रहे हैं, जो कि तीर्थाटन पर थे। मिली जानकारी के मुताबिक, राजस्थान के जालोर जिला के महेशपुर गांव में भीषण हादसा हुआ है। यात्रियों से भरी हुई दो बसें रास्ता भटकीं और एक गांव में पहुंच गई। वहां रास्ते में बिजली के तार झूलते देख ड्राइवर ने बस रोक दी। बस का कंडक्टर या खलासी बस की छत पर पहुंचा और एक डंडे की मदद से बिजली के तार को ऊपर उठा कर बस को निकालने की कोशिश की जा रही थी। इसी दौरान डंडे से बिजली का तार झटक कर बस से अटक गया, जिससे कि बस में करंट दौड़ गया।

इसके बाद बस में सवार अन्य लोग भी करंट की चपेट में आए और देखते ही देखते बस में भी आग पकड़ ली। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा कि राजस्थान के जालौर में हुए बस हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है। इस दुर्घटना में कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। मैं उनके परिवार वालों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।

इस हादसे में बस में सवार सभी लोग जैन समुदाय से संबंधित थे, जो कि तीर्थटन पर निकले थे। मृतकों की पहचान के लिए पुलिस ने प्रयास तेज किए हैं। हादसे में ब्यावर निवासी सोनल (44), सुरभि (25), ब्यावर निवासी चांद देवी (65), अजमेर निवासी राजेंद्र और ड्राइवर धर्मचदं जैन व एक अन्य की मौत हो गई, जबकि बस में सवार अन्य लोग झुलसे हैं। जिनको जालोर भेज गया है। गंभीर झुलसे लोगों को जोधपुर रेफर किया गया है। दो बसों में सवार यह सभी श्रद्धालु अजमेर और ब्यावर क्षेत्र के निवासी बताए जा रहे हैं।

वे बाड़मेर के नाकोड़ा में दर्शन करने के बाद जालोर के मांडोली में जैन मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे, मगर यहां से ब्यावर जाते समय रास्ता भटककर महेशपुरा गांव पहुंच गए। वहां बिजली तार की चपेट में आने से हादसा हो गया। नाकोड़ा दर्शन करने के बाद यह सभी जालौर के रामसीन क्षेत्र में बने जैन मंदिर के दर्शन करने के लिए जा रहे थे, लेकिन गूगल मैप के जरिए रास्ता भटकने के बाद यह महेशपुर गांव में पहुंच गए, जहां बिजली के तारों के संपर्क में आने से पूरी बस में करंट फैल गया और बाद में आग लग गई, जिससे यह हादसा हो गया।