फतेहपुर किले को ‘फतह’ करने के लिए अब उप चुनाव का रास्ता

कांग्रेस विधायक सुजान सिंह पठानिया के निधन से अब यहां होगा बाई इलेक्शन

आरपी नेगी। शिमला

फतेहपुर किला यानी जिला कांगड़ा का ऐसा विधानसभा क्षेत्र जहां पर पिछले कई वर्षों से कांग्रेस काबिज हैं, इसे फतह करने के लिए भाजपा के पास अब उप चुनाव का रास्ता निकल कर सामने आ गया है। इस सीट पर पिछले 2007 के चुनाव से लेकर अब तक कांग्रेस का ही बोलबाला रहा और भाजपा जीत की राहत तलाशती रही, लेकिन सुजान सिंह पठानिया के आगे हार का मुंह देखना पड़ा। पिछले चुनाव में भाजपा के कृपाल सिंह परमार और 2012 में बलदेव ठाकुर को सुजान सिंह पठानिया ने पराजित किया था। उससे पहले भी फतेहपुर सीट से 207 के चुनाव में भी पठानिया को ही जीत मिली थी।

  • आगामी 6 महीने के भीतर करवाए जाएंगे उप चुनाव

ऐसे में अब वर्तमान विधानसभा सदस्य के निधन होने से यहां आगामी छह महीने के भीतर उप चुनाव करवाए जाएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक किसी भी सदस्य की सीट खाली होने की स्थिति में छह माह के भीतर उप चुनाव करवाना जरुरी होता है।

 

1977 से लेकर अब तक 7 बार चुनाव जीत चुके हैं पठानिया

पूर्व मंत्री एपं फतेहपुर से कांग्रेसविधायक स्व. सुजानसिंह पठानिया 1977 से लेकर अब तक सात बार एमएलए रह चुके हैं। वह 1977, 1990, 1993, 2003 और 2007 में ज्वालीविधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत कर आए। उसके बाद 2009 के उप चुनाव में भभ ज्वाली से जीते थे। वर्ष 2012 और 2017 के चुनाव में फतेहपुर सीट से चुनाव जीते।

वन विभाग में आरओ से राजनीति में सुजान सिंह का सफर

पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक स्व. सुजानसिंह पठानिया ने वनविभाग में आरओ यानी रेंज ऑफिसर से राजनीति का सफर तय किया है। उन्होंने 1980 से पहले प्रदेश के विभिन्न फोरेस्ट रेंज में आरओ के पद पर सेवाएं दी दी। उसके बाद 1980 में ही उन्होंने राजनीति में कदम रखा और कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की।