उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला
हिमाचल के कुशल कामगार अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। प्रदेश के विभिन्न विभाग इन कुशल कामगारों की क्षमता का आवश्यकतानुसार दोहन करेंगे।कृषि से जुड़े लोगों को उनके उत्पादों के अच्छे दाम प्रदान करने के लिए हवाई परिवहन के माध्यम से विभिन्न बाजारों तक पहुंचाने पर चर्चा की गई…
जल शक्ति मन्त्री महेन्द्र सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रिमंडलीय उप समिति की आयोजित बैठक में पर्यटन, परिवहन, उद्योग, कृषि इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करने पर चर्चा की गई।
प्रदेश में अपने घर वापस लौट रहे लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बैठक में सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग को एक ऐप्प विकसित करने के लिए कहा गया। इस ऐप्प में देश के अन्य राज्यों से आए हिमाचल के कुशल कामगार अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। प्रदेश के विभिन्न विभाग इन कुशल कामगारों की क्षमता का आवश्यकतानुसार दोहन करेंगे। बैठक में पर्यटन, परिवहन और शहरी गरीबों को विशेष राहत प्रदान करने पर भी चर्चा की गई।
कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत स्वास्थ्य क्षेत्र को और अधिक मजबूत बनाने पर विचार विमर्श किया गया। इस दिशा में क्वारन्टीन केंद्रों की संख्या बढ़ाने तथा इन केंद्रों को और अधिक सुविधाजनक बनाने के निर्देश दिए गए। ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य संस्थानों को भी सुदृढ़ करने पर चर्चा की गई।
प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए औद्योगिक इकाइयां शुरू करने तथा छोटे उद्योगों को और अधिक छूट प्रदान करने पर विचार-विमर्श किया गया। औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले श्रमिकों को उसी क्षेत्र में रहने की सुविधा प्रदान करने तथा उद्योगों में पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल उपलब्ध करवाने को कहा गया।
कृषि से जुड़े लोगों को उनके उत्पादों के अच्छे दाम प्रदान करने के लिए हवाई परिवहन के माध्यम से विभिन्न बाजारों तक पहुंचाने पर चर्चा की गई। पशुपालन विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों तथा गौ-सदनों में चारे की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित बनाने के निर्देश जारी किए गए।
इस अवसर पर जल शक्ति मन्त्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार कोविड-19 महामारी पर नियन्त्रण पाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। प्रदेश के अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धा बेहतरीन सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए धरातल पर काम करने वाले लोगों को लाभ प्रदान करना पहली प्राथमिकता रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बैठक में विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा और निर्णयों को मंत्रिमंडल के समक्ष रखा जाएगा।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने उप समिति के समक्ष एक प्रस्तुति रखी। बैठक में उप समिति के सदस्य शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, वन एवं परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने भाग लिया। प्रधान सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू, सचिव सूचना एवं जन सम्पर्क रजनीश सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे