आजाद हिंद फौज के सैनिक परिवारों को सम्मानित करेंगे कैप्टन संजय

9 नवंबर को परागपुर में होने वाले समारोह में रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी होंगे मुख्यातिथि

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

कैप्टन संजय देश की आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आजाद हिंद फाैज के सैनिक परिवारों को सम्मानित करने जा रहे हैं। अगले महीने की नौ तारीख को राष्ट्र के स्वर्णिम एवं गौरवशाली पलों को याद करने के लिए जसवां-परागपुर क्षेत्र के परागपुर में भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। समारोह मेंं मुख्यातिथि रिटायर्ड मेजर जनरल (डॉ) जीडी बख्शी, एसएम, वीएसएम (संपादक-इंडियन मिलिट्री रिव्यू एंव सुरक्षा विशेषज्ञ) होंगे। इस कार्यक्रम में जिला कांगड़ा, ऊना व हमीरपुर के आजाद हिंद फौज के वीर योद्धाओं व उनके परिवारों को आमंत्रित किया जा रहा है। अब तक पराशर की टीम कुल 197 हिंद फौज के परिवारों से संपर्क कर चुकी है और निमंत्रण पत्र बांटे जा रहे हैं।

दरअसल जीडी बख्शी पिछले लंबे समय से आजाद हिंद फौज में शामिल रहे परिवारों के लिए काम कर रहे हैं, तो संजय पराशर भी देश की रक्षा में समर्पित वीर सैनिकों का सम्मान कार्यक्रम आयोजित करते रहे हैं। इसी वर्ष 6 जुलाई को कारगिल विजय दिवस पर संजय ने जसवां-परागपुर क्षेत्र के रक्कड़, डाडासीबा, बणी, शांतला और परागपुर में 700 भूतपूर्व और फौज में कार्यरत सैनिकों को सम्मानित किया था। जीडी बख्शी की हाल ही में दिल्ली में संजय से मुलाकात हुई थी। इस दौरान बख्शी ने प्रदेश के आजाद हिंद फौज के सैनिक परिवारों से मिलने की इच्छा जताई थी। कैप्टन संजय ने भी भरोसा दिलाया था कि जब भी बख्शी हिमाचल दौरे पर आएंगे, तो न सिर्फ वह इन परिवारों से मुलाकात करवाएंगे, बल्कि इन परिवारों के लिए सम्मान कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा।

अब 9 नवंबर को यह समारोह हो रहा है, जिसमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस की फौज में रहे सैनिकों, वीर नारियों व उनके परिवारों को आमंत्रित किया गया है। संजय ने बताया कि वह खुद को गौरवान्वित महसूस करते हैं कि उन्हें इन परिवारों का सम्मान प्राप्त करने का मौका मिल रहा है। सही मायनों में यह इन परिवारों का सम्मान नहीं, बल्कि उनका खुद का सम्मान है। क्योंकि इन वीर सैनिकों की वजह से हमें पराधीनता की बेड़ियों से आजादी मिली थी। राष्ट्र को स्वतंत्रता दिलाने में कई वीरों और योद्धाओं ने त्याग, तपस्या व बलिदान दिया था।

आजादी के उस आंदोलन में आजाद हिंद फौज के महान सैनिकाें की प्रमुख भूमिका रही थी, जिसमें उन्होंने कारावास के अलावा कई तरह की यातनाएं भी झेलीं। अमृत महोत्सव के इस पावन मौके पर दो सौ परिवारों को निमंत्रण पत्र भेजे जा रहे हैं। वहीं, जीडी बख्शी ने बताया कि कैप्टन संजय के सहयोग से उन्हें इन सैनिकों परिवारों से मिलने का मौका मिलेगा। सच में उनके लिए भी वो क्षण गौरवमयी होंगे।